गिरिडीहः जिले के तिसरी प्रखंड के गरीब नाबालिग बच्ची को बड़े प्रदेश मे काम और काम के बदले उचित दाम दिलाने का झांसा देकर शोषण करने वाले बड़े गिरोह का उद्भेदन किया गया है। तिसरी प्रखण्ड के लोकई, चोरनीतरी, मंसाडीह आदि क्षेत्रो में कई ऐसे गिरोह है जो इस गौरखधंधे में लगे है। तिसरी प्रखंड के खीजूरी पंचायत के डोमासार गांव की 4 नाबालिक बच्ची दलाल के चक्कर में फंस कर दिल्ली के चार अलग अलग मकान मे घरेलू काम मसलन झाड़ू, पोच्छा,भोजन बनाना,कपड़ा साफ करने लगी।
4 नाबालिक बच्ची दिल्ली के घर के भीतर ही कैद रहकर काम करना पड़ता था। उन्हें अभिभावको से भी बात करने भी नहीं दिया जाता था। इन बच्चियों को यह भी पता नहीं था कि वह दिल्ली के किस शहर में है। आठ माह बीत जाने के बाद भी जब बच्चियों से उनके परिजनों की कोई बात चीत नही हो पायी तो परिजन ने अपने बच्ची के लिए 1098 में सूचना देकर पुरी वस्तु स्थिति से अवगत कराया। दलाल पर दवाब बना बच्चियों को सकुशल वापस लाया गया।
अभिभावको ने बताया कि दलाल तिसरी प्रखंड के चोरनीतरी निवासी हीरो राय है। जिसके माध्यम से अपने बच्चों को प्रदेश भेजा जाता है। बाद में चाइल्डलाइन के प्रतिनिधियों ने दूरभाष पर दलाल पर कानूनी कार्रवाई करने का दबाव बनाया। जिसके बाद चारों नाबालिग बच्ची अनीता मरांडी पिता मुंशी मरांडी (16 वर्ष), मेरी बास्की पिता रति बास्की(16 वर्ष), तालको बास्की पिता सोनू बास्की (15वर्ष) एवं मोनिका मुर्मू पिता गुरु मुर्मू (17 वर्ष) को सकुशल दिल्ली से गिरिडीह वापस लाया गया ।