सूरत: दक्षिण गुजरात के अधिकांश क्षेत्रों, विशेष रूप से सूरत शहर, में बिजली कटौती के कारण कई फैक्ट्रियों को बंद करना पड़ा है। इस समस्या का मुख्य कारण ग्रिड ब्रेकडाउन बताया जा रहा है।
डीजीवीसीएल के एमडी योगेश चौधरी के अनुसार, 400 केवी की हाई वोल्टेज सोर्स लाइन ट्रिप हो गई है। राज्य लोड डिस्पैच सेंटर (जम्बुआ) पर बहाली का कार्य जारी है। तापी, भरूच, राजपीपला, सूरत और नवसारी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
गेटको और एलएमयू की रिपोर्ट के मुताबिक, उकाई थर्मल पावर स्टेशन की 4 इकाइयां ट्रिप हो गईं, जिससे बिजली उत्पादन में 500 मेगावाट की गिरावट आई। इसके कारण डीजीवीसीएल के तहत कई सब-स्टेशनों पर शून्य बिजली आपूर्ति की सूचना मिली।
सूरत टॉरेंट पावर के एजीएम यू.एस. कनानी ने बताया कि कंपनी चरणबद्ध तरीके से बिजली आपूर्ति बहाल कर रही है, जिसमें प्राथमिकता आवश्यक सेवाओं को दी जा रही है। 220 केवी ग्रिड में खराबी के कारण पूरी तरह से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी।
इस बिजली संकट के कारण व्यापारियों और आम नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अचानक आई इस समस्या के लिए कोई तैयार नहीं था, जिससे कई लोगों को भारी नुकसान हुआ।
इसका सबसे बड़ा असर सूरत के हीरा और कपड़ा उद्योग पर पड़ा है। लगातार 24 घंटे संचालित होने वाली टेक्सटाइल उद्योग की मशीनों के अचानक बंद होने से उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया। इससे व्यापारियों में चिंता की लहर दौड़ गई है। उन्हें डर है कि मशीनों में उपयोग होने वाले लाखों रुपये के केबल हेड्स खराब हो सकते हैं। इन मशीनों में इस्तेमाल होने वाले अधिकतर हेड्स एक इजरायली कंपनी से आते हैं, जिन्हें प्राप्त करना बेहद मुश्किल हो सकता है।