बेतिया: पश्चिम चंपारण के डीएम ने एक बार फिर बिहार को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाने में सफलता हासिल की है. इसकी वजह है संक्रमण काल में घर लौटकर आए मजदूरों को रोजगार से जोड़ने के लिए किये गए कार्य. डीएम कुंदन कुमार को सिविल सर्विस डे यानि की 21 अप्रैल को इनोवेशन के क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए पीएम मोदी की ओर से सम्मानित किया जाएगा.
दरअसल वर्ष 2020 में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि होने पर लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण घर वापस लौटे कामगारों के द्वारा जिला प्रशासन की सहायता से जिले में प्रारंभ किये गए स्टार्टअप जोन चनपटिया के कारण सफलता की कहानी में एक और अध्याय जुड़ गया है. लॉकडाउन में घर लौटे 80 हजार से ज्यादा कामगारों के क्वारंटाइन कैंप में 14 दिन रहने के दौरान जिला प्रशासन द्वारा इनकी स्किल मैपिंग कराई गई और जिले में उद्यम स्थापित करने के सुझाव लिए गए.
स्किल मैपिंग के दौरान मुख्य रूप से टेक्सटाइल एंड एपैरल, फुटवेयर, बंबू एंड क्राफ्ट विधा में इनके पारंगत होने की जानकारी प्राप्त हुई. इन क्षेत्रों में इनकी पारंगता को देखते हुए उद्यम मित्र मंडल का निर्माण किया गया. जिला पदाधिकारी के द्वारा वापस लौटे कामगारों के लिए कोरोना जैसी ’आपदा’ में ’अवसर’ की तलाश करने का प्रयास किया. इस कड़ी में जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में वर्ष 2020 में बाहर से आये 30 से ज्यादा कामगारों के साथ बैठक कर कार्ययोजना तैयार की गई. उन्हीं से उद्यम स्थापित करने की दिशा में किये जाने वाले कामों की जानकारी और सुझाव लिया गया. उनसे आवश्यकताओं की जानकारी भी ली गयी और राज्य सरकार के द्वारा जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत दिए जाने वाले लाभों से अवगत कराया गया.