
बाबूलाल मरांडी जी आजकल राजनीति छोड़कर प्रत्यक्ष तौर पर वकालत का काम करना चाहते हैं। खासकर बाजपा में दोबारा शामिल होने के बाद बाबूलाल मरांडी भाजपा से जुड़े लोगों के कुकृत्यों की वकालत करने में लगे हैं। पिछले महीने रांची के एक होटल में पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई, उस मामले की जांच शुरु ही हुई थी कि बाबूलाल मरांडी उस मामले के वकील बन बैठे। आज भी उनका एक बयान सार्वजनिक रुप से जारी हुआ है । अपने कर्मचारी को बचाने के लिए वे केस की पैरवी में लग गये हैं। ये बातें झारखण्ड मुक्ति मोर्टा के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कही . वे रांची में झामुमो कार्यालय में प्रेस को संबोधित कर रहे थे।
बाबूलाल का इस्तेमाल कर रही है भाजपा
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जिस प्रदेश में नाबालिग लड़कियों की ट्रैफिकिंग के खिलाफ राज्य सरकार मुहीम चला रही है। अब बाबूलाल जी को उस मुहीम से भी तकलीफ होने लगी है। हमारी सरकार ने कोरोना काल के दौरान भी बड़ी संख्या में झारखण्ड की बच्चियों को रेस्क्यू किया । हमलोगों जानते हैं कि हमारी बेटियां हमारे राज्य में ही सुरक्षित हैं । हम बच्चियों को रोजगार से जोड़कर स्वाबलंबी बना रहे हैं। हमें नहीं पता कि बाबूलाल जी को इससे क्या तकलीफ है।
जांच से पहले ही जज की भूमिका में भी आ जाते हैं
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पैसेवाले झारखण्ड की आदिवासी बच्चियों को घर के काम में लगाते हैं। बच्ची के आर्थिक अभाव का फायदा उठाने के लिए बड़े पैसेवाले लोग बच्चियों का शोषण भी करते हैं। झारखण्ड पुलिस अगर ऐसे मामले की जांच करती है तो फिर बाबूलाल मरांडी को तकलीफ क्यों होती है ।
सीबीआई के प्रवक्ता भी बन गये हैं बाबूलाल
झामुमो ने कहा कि आजकल बाबूलाल को सीबीआई पर बहुत भरोसा हो गया है। जो व्यक्ति भाजपा का सक्रिय सदस्य तक नहीं है, उसके बचाव में बाबूलाल मरांडी जैसे नेता खुलेआम उतर जाते हैं. अपने निजी कर्मचारी के बचाव में बाबूलाल मरांडी भाजपा के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।