
बेगुसराय में राजौड़ा और बरौनी में चाकूबाजी की घटना को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बाद सांसद राकेश सिन्हा ने रविवार को बेगूसराय सदर अस्पताल पहुंचे ,जहां उन्होंने पीड़ित और उनके परिजनों से मुलाकात की । इस दौरान उन्होंने पीड़ित और उसके परिजनों से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली ।
मीडिया से बात करते हुए सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि प्रशासन कार्यवाही करने में किसी भी प्रकार का भेदभाव ना करें कानून और व्यवस्था का जो भी सर पर उठाता है वह समाज का शत्रु है ,लेकिन जो सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश करता है वह उससे बड़ा शत्रु है जो संविधान को तार-तार कर रहा है। दलित समाज के लोगों के हाथ को तोड़ देना उस पर हमला करना एक जघन्य अपराध है जो दिखाता है कि संयंत्र बहुत गहरा है। इस जिला को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की कोशिश मुट्ठी भर लोगों के द्वारा की जा रही है ।
इस दौरान राकेश सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय का इतिहास स्वस्थ सामाजिक जीवन और प्रगतिशील जीवन का इतिहास रहा है । घोर संप्रदायिकता के समय में भी बेगूसराय में ऐसी घटना नहीं घटी शांति काल मे अशांति का दंगा फैलाते हैं उस पर प्रशासन और कठोर कार्यवाही करें नहीं तो बेगूसराय ही नहीं बिहार के लोग इस पर एक जुट होकर आंदोलन करेंगे ।
राकेश सिन्हा ने कहा कि यह प्रशासन की विफलता है जो लोग चाकू से गोद रहे हैं जो लोग आज खतरे से जूझ रहे हैं जो लोग आज असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जिस समाज में हम सदियों से रह रहे हैं उसी गांव में रहने से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जिस बेगूसराय ने पूरी देश में एकता की मिशाल पेश किया जहाँ 85% हिंदुओं ने पंचायती राज के सबसे बड़े पद पर 15% आबादी वाले को जिताया । वैसा जगह उदहारण बनने की जगह समाज के कुछ लोग ऐसी घटना को अंजाम देकर इस उदाहरण को समाप्त कर राख में मिला रहे हैं । मैं उस समाज के अन्य लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्यों नहीं वह सामने आते हैं ऐसे सामाजिक तत्वों के खिलाफ और कार्रवाई की मांग करते हैं ,क्यों नहीं ऐसे लोग हिंदुओं के घर जाकर उनसे मिलकर प्रशासन के यहां जाते हैं और कारवाई की मांग करते है और ऐसा नहीं कर रहे हैं तो मैं कह सकता हूं कि उनका मौन समर्थन उन्हें प्राप्त है ।
इस दौरान राकेश सिन्हा ने लोगों से अपील की सभी लोग मिलकर संप्रदायिक घटना का विरोध करें । राकेश सिन्हा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमें संप्रदायिक घटना का विरोध करना है हमें विश्वास है हमारी केंद्र सरकार और राज्य सरकार संप्रदायिक ताकत को दमन करने में सक्षम है हमें इस क्षमता का उपयोग करना है प्रशासन जहां न्यूनता दिखाती है वहां प्रशासन का ध्यान खींचगे। हमें यह लगता है कि हमारे हर कार्यवाही में यह सुनिश्चित होना चाहिए कि स्वस्थ समाज बने और मुट्ठी भर लोगों के कारण जो जिला की आग में झोंक देना चाहते हैं चाहे संप्रदायिकता भड़का रहे हैं ऐसे मुट्ठी भर लोगों पर प्रशासन का दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए । नीतीश कुमार से भी मैं अपील करना चाहता हूं कि जिला प्रशासन को निर्देश दे कि ऐसी किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाए।