ममता बनर्जी ने बड़ी खुबसूरती से बंगाल चुनाव के मुद्दों को बदल दिया है । “बंगाल की बेटी” , “बंगाल में सुरक्षित महसूस करती लड़कियों” और बंगाली समाज के खुलेपन को मुद्दा बनाया जा रहा है । ममता का नारा है- “Bangla Nijer Meyeke Chai” बंगाल को तो अपनी बेटी ही चाहिए ।
भाजपा पर “दुर्गा” और “सीता” के अपमान का आरोप
बंगाल में महिला मतदाताओं की संख्या 49% है। लेकिन वोट देने के मामले में प्रधानमंत्री मोदी उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से महिला वोटर्स को लुभाते रहे हैं । लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी भाजपा पर देवी दुर्गा और सीता माता के अपमान का आरोप लगा रही हैं । वे गरीब परिवारों को मुफ्त अनाज देने की बात करती हैं । वे बीजेपी और RSS की सोंच को “पुरूषवादी वर्चस्व” वाली बताती हैं ।
महिला सुरक्षा का मुद्दा
प्रधानमंत्री मोदी ने हुगली की अपनी रैली में कहा कि बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं । ममता बनर्जी ने इसे तुरंत लपक लिया । वे अपनी हर रैली में कहती हैं, ” बीजेपी शासन वाले बिहार में महिलाओं की क्या स्थिति है “, ” केंद्र सरकार की पुलिस के अंदर दिल्ली में महिलाएं कितनी सुरक्षित है”
ममता बनर्जी बंगाल के खुले विचारों की बात करते हुए दोहराती हैं कि धार्मिक कट्टरता वाली बीजेपी क्या बंगाल की बेटियों को वो “Openness” दे सकती है ? वे बंगाली creativity, वहां के कल्चर , बंगाली स्वाभिमान की बात उछाल रही हैं । ममता की बात बंगाल की महिलाओं, कॉलेज जाने वाले लड़के-लड़कियों को खूब लुभा रही हैं । वैसे भी महिलाओं के बीच ममता बनर्जी की लोकप्रियता के कारण ही वो CPM को हराने में सफल रही थीं, अब भाजपा को बंगाल की महिलाओं पर फोकस करना होगा ।
बंगाल का “काला जादू” Black Magic
बिहार और झारखंड में एक कहावत है कि बंगाल की लड़की “काला जादू” जानती हैं । और वे “भेड़ा” बनाकर रख लेती हैं । अब भाजपा इस Black Magic का शिकार होगी या बंगाली महिलाओं से पार पाएगी, ये तो 02 मई को ही पता चलेगा ।