जम्मू: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहली बार कश्मीर के लिए ट्रेन सेवा की शुरुआत के अवसर पर, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर को पुनः राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई।
कटरा रेलवे स्टेशन पर आयोजित इस ऐतिहासिक समारोह में बोलते हुए उमर अब्दुल्ला ने मुस्कराते हुए कहा, “मेरी पिछली सरकार के अंतिम कार्यक्रम में, जब कटरा से दिल्ली के लिए पहली सीधी ट्रेन शुरू हुई थी, हम चारों साथ थे — आप (पीएम मोदी) पहली बार प्रधानमंत्री बने थे, डॉ. जितेंद्र सिंह MoS थे, मनोज सिन्हा जी रेल राज्यमंत्री थे और मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री था। आज आप लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बन गए, मनोज सिन्हा अब उपराज्यपाल बन गए और मैं एक राज्य के मुख्यमंत्री से केंद्रशासित प्रदेश का मुख्यमंत्री बन गया हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “जैसे आपके कार्यकाल में कश्मीर तक ट्रेन आना संभव हुआ, वैसे ही उम्मीद है कि हमारे राज्य का दर्जा भी आपके हाथों वापस मिलेगा।”
गौरतलब है कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद, जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों — जम्मू-कश्मीर और लद्दाख — में विभाजित कर दिया गया था।
ऐतिहासिक ट्रेन सेवा और उम्मीदें
उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर में पहली ट्रेन सेवा को लेकर सरकार को बधाई दी और कहा कि “यह सपना ब्रिटिश शासन के दौरान भी पूरा नहीं हो सका था, हालांकि तब भी योजना बनी थी।” उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि “उन्होंने इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा दिया।”
उन्होंने कहा कि ट्रेन सेवा के शुरू होने से लोगों को हर मौसम में बेहतर संपर्क सुविधा मिलेगी और इससे आम जनता, खासकर फल उत्पादकों को भारी लाभ होगा। “अब जब कभी जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हो जाता था, तो एयरलाइंस हमें लूटती थीं। ₹5000 की टिकट ₹20000 में बिकती थी। अब ट्रेन सेवा से ये शोषण बंद होगा,” उन्होंने कहा।
उमर ने इस अवसर को “ऐतिहासिक” बताते हुए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और दोहराया कि राज्य का दर्जा लौटाया जाना चाहिए, ताकि जम्मू-कश्मीर फिर से एक पूर्ण राज्य के रूप में अपने अधिकारों के साथ उभर सके।