व्हाइट हाउस ने मंगलवार को घोषणा की कि अमेरिका ने काला सागर में संघर्ष समाप्त करने और सुरक्षित नौपरिवहन सुनिश्चित करने के लिए यूक्रेन और रूस के साथ अलग-अलग बातचीत के माध्यम से एक अस्थायी समझौता कराया है। हालांकि, इस समझौते के कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर अभी भी चर्चा जारी है, और क्रेमलिन ने इसे कुछ पश्चिमी प्रतिबंधों को हटाने की शर्त पर आधारित कर दिया है।
यह वार्ता सऊदी अरब की राजधानी रियाद में तीन दिनों तक चली, जिसमें अमेरिकी विशेषज्ञों ने यूक्रेनी और रूसी प्रतिनिधियों से अलग-अलग मुलाकात की। व्हाइट हाउस के अनुसार, इन वार्ताओं के दौरान दोनों पक्षों ने सुरक्षित नौपरिवहन सुनिश्चित करने, बल प्रयोग समाप्त करने और वाणिज्यिक जहाजों के सैन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग को रोकने पर सहमति जताई।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने इस वार्ता को शांति की दिशा में एक प्रारंभिक लेकिन सही कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह एक व्यापक युद्धविराम और निष्पक्ष शांति समझौते की ओर बढ़ने की प्रक्रिया का हिस्सा है। हालांकि, रूस ने इस समझौते को कुछ शर्तों से जोड़ा है। क्रेमलिन ने स्पष्ट किया है कि यदि इस समझौते को लागू करना है, तो रूसी कृषि और खाद्य निर्यात पर लगे प्रतिबंध हटाए जाने चाहिए और रूसी बैंकों को स्विफ्ट भुगतान प्रणाली तक पुनः पहुंच प्रदान की जानी चाहिए।
इससे पहले भी 2022 में संयुक्त राष्ट्र और तुर्की की मध्यस्थता में एक काला सागर शिपिंग समझौता हुआ था, जिसे रूस ने 2023 में वापस ले लिया था। रूस ने यह दावा किया था कि उनके खाद्य और उर्वरक निर्यात पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के वादे पूरे नहीं किए गए थे, जिससे उनकी वैश्विक व्यापारिक स्थिति प्रभावित हुई। इसके बाद, रूस ने यूक्रेन के समुद्री बंदरगाहों और अनाज भंडारण स्थलों पर बार-बार हमले किए।
अब, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि मास्को काला सागर शिपिंग समझौते को फिर से लागू करने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए यह आवश्यक है कि रूस की शर्तों को पूरा किया जाए। दूसरी ओर, अमेरिका ने कहा कि वह रूस को वैश्विक बाजार में वापस लाने, समुद्री बीमा लागत कम करने और रूसी कृषि उत्पादों के लिए भुगतान प्रणाली तक आसान पहुंच देने में सहायता करेगा।
यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने चेतावनी दी कि यदि रूस इस समझौते का उल्लंघन करता है और पश्चिमी काला सागर में अपने युद्धपोतों की तैनाती जारी रखता है, तो यूक्रेन इसे अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानेगा और आत्मरक्षा का पूरा अधिकार सुरक्षित रखेगा।
इसके अतिरिक्त, अमेरिका और रूस के बीच वार्ता के दौरान यह भी सहमति बनी कि दोनों पक्ष ऊर्जा संरचनाओं पर हमले रोकने के उपाय विकसित करेंगे। इससे पहले, अमेरिका और रूस के बीच एक आंशिक युद्धविराम समझौता हुआ था, जिसमें ऊर्जा और बुनियादी ढांचे पर हमले रोकने की प्रतिबद्धता जताई गई थी।
हालांकि, अब तक पूर्ण युद्धविराम पर सहमति नहीं बनी है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्धविराम की शर्त के रूप में यूक्रेन को सैन्य सहायता रोकने और सैन्य भर्ती अभियान को निलंबित करने की मांग की है, जिसे यूक्रेन और पश्चिमी सहयोगियों ने अस्वीकार कर दिया है।
इस बीच, यूक्रेन और रूस के बीच ड्रोन और मिसाइल हमले जारी हैं। यूक्रेन ने रूस के रोस्तोव परमाणु संयंत्र से जुड़ी हाई-वोल्टेज पावर लाइन पर हमला किया, जबकि रूस ने यूक्रेन के सूमी क्षेत्र में मिसाइल हमले किए, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हो गए।
रूस ने चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन प्रतिबंध हटाने की शर्त को स्वीकार नहीं करता, तो काला सागर में कोई भी स्थायी शांति समझौता लागू नहीं किया जा सकता। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अभी सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है और शांति समझौते को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहा है।