
रांची । हजारीबाग जिले के बड़कागांव गोलीकांड में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी के दोषी करार दिए जाने के दूसरे ही दिन झारखंड विधानसभा में बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद धरने पर बैठ गई । माता- पिता को दोषी करार दिये जाने के बाद अंबा प्रसाद बेहद आहत दिखीं । अंबा प्रसाद ने मांग उठाई कि इस प्रकरण की न्यायाधीश से जांच कराई जाए। उन्होंने रुंधे गले से सदन से न्याय की गुहार लगाईं और कहा कि पुलिस ने जान-बूझकर गवाहों को डरा-धमकाकर केस को फ्रेम किया और पूर्व विधायक निर्मला देवी को फंसाया।
क्या घटना के दिन निर्मला देवी बंदूक लेकर धरना दे रही थीं ?
क्या घटना के दिन धरने पर बैठी विधायक निर्मला देवी हाथ में बंदूक लेकर धरना दे रहीं थीं। विधायक अंबा प्रसाद ने सदन से आग्रह किया कि बड़कागांव गोली कांड की न्यायिक जांच कराई जाए। उनकी मां पूर्व विधायक निर्मला देवी जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता की आवाज बनकर धरना पर बैठीं थीं। उनके खिलाफ हुई पुलिसिया कार्रवाई लोकतंत्र की हत्या है। दोषी बच जाते हैं और निर्दोष फंस जाते हैं। उनकी सूचना पर विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार से इस मामले में संज्ञान लेने के लिए कहा।
विधानसभा के प्रवेश द्वार पर अंबा ने दिया धरना
इससे पूर्व अंबा प्रसाद ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर अपनी मांग के समर्थन में धरना दिया। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर विधायक दीपिका पांडेय सिंह, उमाशंकर अकेला उन्हें लेकर सदन में लेकर आए।