बिहार के सिवान जिले में गोरियाकोठी थाना क्षेत्र के छितौली गांव के मुसहर टोला से कथित जहरीली शराब के कारण एक व्यक्ति की मौत और दूसरे के बीमार होने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान 35 वर्षीय वीरेन्द्र सहनी (पश्चिम चंपारण निवासी) के रूप में हुई है, जबकि दूसरे व्यक्ति, देवा सहनी (कुशीनगर निवासी), की हालत नाजुक बनी हुई है।
ग्रामीणों के अनुसार, दोनों ने मुसहर टोला में कथित तौर पर शराब पी थी। इसके बाद वीरेंद्र सहनी की तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, देवा सहनी का इलाज जारी है।
गांव में शराब का अवैध कारोबार
छितौली गांव के मुखिया और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि मुसहर टोला में शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। उनका कहना है कि यहां सैकड़ों मजदूर आते हैं, और हर घर में शराब बेची जाती है। ग्रामीणों का दावा है कि प्रशासन इस क्षेत्र में कभी सक्रिय नहीं रहता, जिससे इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं।
प्रशासन का पक्ष
हालांकि, इस घटना पर सिवान एसपी अमितेश कुमार ने नई जानकारी दी। उन्होंने कहा, “पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, मृतक की मौत सिर में गहरी चोट लगने से हुई है। हालांकि, वह शराब के नशे में था। मामले में संदेह के आधार पर जांच जारी है।”
एसपी ने कहा कि मृतक का शराब पीना संदेहजनक है और इस घटना को लेकर तरह-तरह की कहानियां बनाई जा रही हैं। मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए प्रशासन ने सख्त जांच का आदेश दिया है।
शराबबंदी पर सवाल
घटना ने बिहार में शराबबंदी की वास्तविकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां राज्य में शराबबंदी लागू है, वहां मुसहर टोला जैसे इलाकों में शराब का खुलेआम बिकना सरकार और प्रशासन की नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
यह घटना न केवल अवैध शराब कारोबार के खतरों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि शराबबंदी के बावजूद, इस तरह के मामलों पर पूरी तरह नियंत्रण पाने में प्रशासन नाकाम रहा है।