समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब उनके सुरक्षा कर्मियों ने पत्रकारों पर लात घूंसे बरसाने शुरू कर दिए । अखिलेश यादव के Bodyguards के हमले में कई पत्रकारों को चोटें आई हैं । कई के हाथ-पैर फ्रैक्चर हैं, जिनका ईलाज लखनऊ के cosmos Hospital में चल रहा है ।
क्या है पूरी घटना?
दरअसल प्रेस कान्फ्रेंस खत्म होने के बाद अखिलेश यादव बाहर निकल रहे थे । इतने में न्यूज़ 18 के पत्रकार अखिलेश से कुछ सवाल पूछ रहे थे, जिसका जवाब अखिलेश यादव ने नहीं दिया और वे सवाल को नजरअंदाज कर आगे बढ़ने लगे। पत्रकार वही सवाल बार-बार दोहराते हुए अखिलेश के पीछे लपके । इतने में अखिलेश यादव के Bodyguards ने पत्रकार को धक्का देते हुए “गोदी मीडिया” कहा । सुरक्षा कर्मियों के इस व्यवहार पर वहां मौजूद दूसरे पत्रकारों ने विरोध किया । इसी बात पर दोनों ओर से तू-तू,मैं-मैं होने लगी ।
अचानक सुरक्षा कर्मियों ने पिटना शुरू कर दिया
तू-तू, मैं-मैं चल ही रही थी कि भीड़ में से किसी एक पत्रकार ने कहा कि “कौन गोदी मीडिया है, कौन नहीं इसका फैसला आपलोग नहीं करेंगे” । आप सिर्फ Bodyguards हैं, अखिलेश यादव के प्रवक्ता नहीं । इतना सुनते ही एक Bodyguard ने उस पत्रकार को घूंसे से मारा, जिससे उनकी नाक से खून बहने लगा । इसके बाद दोनों ओर से हाथापाई होने लगी । सुरक्षा कर्मियों ने पत्रकारों को बूटों से पीटा। कम से कम तीन पत्रकारों को फ्रैक्चर है ।