नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (IAF) बुधवार से पाकिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्रों में दो दिवसीय मेगा युद्धाभ्यास शुरू करने जा रही है, जिसमें राफेल, सुखोई-30, जगुआर सहित सभी फ्रंटलाइन फाइटर जेट्स शामिल होंगे। यह अभ्यास 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच हो रहा है।
नागरिक उड्डयन विभाग ने इस अभ्यास को लेकर NOTAM (Notice to Airmen) जारी कर दिया है, जो भारत-पाक सीमा के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में लागू रहेगा। इस अभ्यास में राफेल, सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000, तेजस और एयबाक्स (AWACS) जैसे आधुनिक विमान हिस्सा लेंगे।
अभ्यास के दौरान वायुसेना दुश्मन के लक्ष्यों को हवा और ज़मीन पर बेहद सटीकता के साथ नष्ट करने का अभ्यास करेगी। भारत और पाकिस्तान की सेनाएं वर्तमान में हाई अलर्ट पर हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अप्रैल को शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर सशस्त्र बलों को “पूर्ण परिचालनिक स्वतंत्रता” प्रदान की है कि वे समय, स्थान और तरीके का चयन स्वयं करें। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने रविवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर वायुसेना की तैयारियों की जानकारी दी थी।
इससे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने भी प्रधानमंत्री को अरब सागर की समुद्री स्थिति की जानकारी दी थी।