नई दिल्ली:
अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के हादसे की जांच के लिए गठित केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में बनी बहु-विषयक उच्च स्तरीय समिति की पहली बैठक सोमवार को आयोजित हुई। इस बैठक में दुर्घटना की प्रारंभिक जानकारी साझा की गई और विभिन्न सदस्य संगठनों से इनपुट भी लिए गए।
सूत्रों के अनुसार, समिति को तीन महीने के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को सौंपनी है। इस रिपोर्ट का मुख्य उद्देश्य होगा:
“ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं (SOPs) तैयार करना।”
इस समिति की जांच के समानांतर, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा भी तकनीकी कारणों की स्वतंत्र जांच की जा रही है।
✈️ दुर्घटना का विवरण:
12 जून, 2025 को, एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही थी, टेकऑफ के एक मिनट के भीतर ही क्रैश हो गई। दुर्घटना का स्थान था मेघाणी नगर, जो सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है।
इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे — 230 यात्री, 2 पायलट और 10 क्रू सदस्य।
241 लोग इस दर्दनाक हादसे में मारे गए, जबकि केवल एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से जीवित बचा।
इस हादसे में कई युवा मेडिकल छात्र भी शामिल थे, जिनकी मौत को पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया जा रहा है।
🛡️ समिति की संरचना और कार्यक्षेत्र:
गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, गुजरात सरकार, DGCA, BCAS, भारतीय वायुसेना, इंटेलिजेंस ब्यूरो, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, और राष्ट्रीय व राज्य-स्तरीय फॉरेंसिक विशेषज्ञों सहित कई विभागों के प्रतिनिधि इस समिति में शामिल हैं।
समिति का मुख्य कार्य है:
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दुर्घटना की तकनीकी, परिचालन और नियामकीय दृष्टिकोण से जांच करना।
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संस्थागत और प्रणालीगत खामियों की पहचान करना।
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दीर्घकालिक सुधारों की सिफारिश करना जिनमें शामिल हैं:
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विमानन सुरक्षा मान्यता प्रणाली (certification systems)
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आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल
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क्रू प्रशिक्षण
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एयर ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली
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