झारखण्ड के ब्लड बैंकों में खून की कमी रहती है। समय पर रक्त नहीं मिलने से कई लोगों की मृत्यु हो जाती है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रदेश के कई जिलों में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट निर्माण हेतु शिलान्यास किया। इस अवसर पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि सभी जिलों में इस तरह की व्यवस्था हो, इस लक्ष्य के साथ सरकार आगे बढ़ रही है, ताकि ब्लड बैंक में खून की कमी ना हो और किसी की मृत्यु का कारण खून की कमी ना बने।
मैंने खुद दो बार किया है रक्तदान- सीएम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पिछले एक वर्ष में मैंने भी 2 बार रक्तदान किया है। कहा जाता है कि सभी दानों से बड़ा दान रक्तदान है। रक्तदान आपके शरीर में सकारात्मक प्रभाव डालता है और साथ ही दूसरों के जीवन को भी बचाता है। इसलिए इसे महादान की श्रेणी में रखा गया है। अतः आप सब से भी आग्रह है कि आगे आएँ एवं इस महादान में भाग ले दूसरों के जीवन को बचाने में अपना सहयोग देते हुए पुण्य कमाएँ।
अब कोई भी अस्पताल ब्लड डोनर लाने के लिए दबाव नहीं डाल सकेंगे
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में मरीज को खून के लिए डोनर साथ लेकर चलना पड़ता है। अब इस व्यवस्था को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। ताकि, किसी भी मरीज को ब्लड के लिए आसानी से मिल सके। अब कोई अस्पताल या डॉक्टर मरीज के परिवार को ब्लड डोनर लाने के लिए दबाव नहीं दे सकेंगे।
राज्य को ब्लड बैंकों को ऑनलाइन जोड़ा गया
राज्य में ब्लड बैंकों को अस्पतालों से अनलॉइन जोड़कर मरीज को जरूरत पड़ने पर रक्त उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाने की पहल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है। यें बातें मुख्यमंत्री ने झारखंड एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से सोमवार को विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़ते हुए कही।