नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच रूस के साथ व्यापार को लेकर बढ़ते तनाव के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल मंगलवार को मास्को पहुंचे। उनका यह दौरा पहले से तय था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत को लेकर तीखी चेतावनियों के चलते अब इसकी अहमियत और बढ़ गई है।
रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, डोभाल की यात्रा के दौरान भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी और रक्षा सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण बातचीत हुई। इसी दौरान मास्को में भारत के राजदूत विनय कुमार और रूस के उप रक्षा मंत्री कर्नल-जनरल अलेक्जेंडर फोमिन के बीच भी एक बैठक हुई, जिसमें रक्षा सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बैठक “रूसी-भारतीय संबंधों की परंपरागत गर्मजोशी और मित्रता पूर्ण वातावरण” में हुई। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के इरादे को दोहराया।
यह बैठक ऐसे समय में हुई जब ट्रम्प ने रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर भारत पर प्रतिबंधों की धमकी दी है। ट्रम्प ने सोमवार को ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “भारत न सिर्फ बड़ी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि उसे खुले बाजार में बेचकर भारी मुनाफा कमा रहा है।”
भारत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि युद्ध की शुरुआत में अमेरिका ने खुद रूस से तेल खरीद की अनुमति दी थी ताकि वैश्विक ऊर्जा बाजारों में स्थिरता बनी रहे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैसवाल ने कहा, “भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा। भारत को निशाना बनाना अनुचित और गैरवाजिब है।”
रूसी क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, “हम इन बयानों को वैध नहीं मानते। हर संप्रभु राष्ट्र को अपने व्यापारिक भागीदारों का चुनाव करने का अधिकार होना चाहिए।”
विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी इसी महीने रूस यात्रा पर जा सकते हैं।