
गिरिडीह / अमित सहाय
गिरिडीह जिले में चल रहे ट्रैक्टर और ऑटो में से करीब 70% वाहन की पहचान टैक्स डिफॉल्टर के तौर पर की गई है । पहचान की गयी गाड़ीयॉ में टैक्स डिफॉल्टर के तौर पर ज्यादातर गाड़ियां ग्रामीण इलाके में चल रही है । गिरिडीह परिवहन विभाग ने विशेष अभियान की शुरुआत कर कारवाई शुरू कर दिया है। जिला परिवहन पदाधिकारी रोहित सिन्हा ने बताया कि ऑटो और ट्रैक्टर का वन टाइम टैक्स नहीं लगता है. इसके कारण ही ज्यादातर मालिक टैक्स जमा ही नहीं कर रहे हैं । उन्होंने बताया कि जब अभियान शुरू की गयी तो यह बात पता चला कि लगभग 70% ऑटो और ट्रैक्टर का टैक्स जमा नहीं हो रहा है, ऐसे वाहनों को चिन्हित कर पकड़ा जा रहा है ।

डीटीओ ने बताया कि भारी मालवाहक खासकर ट्रकों की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है । सैकड़ों वाहनों का टैक्स जमा नहीं हो रहा है । दरअसल विभाग को कंप्यूटरकृत किए जाने से पहले जिन वाहनों का निबंधन हुआ था उनमें से कई मालिकों का पता में कुछ त्रुटियां है । ऐसे में जिनका टैक्स फेल है उसकी खोजबीन में परेशानी आ रही है ।
उन्होंने बताया कि इन वाहनों के मालिक अगर टैक्स जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा। बॉडी वारंट और कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई होगी. डीटीओ ने कहा कि अभी तक 55 मालिकों के खिलाफ बॉडी वारंट निकाला गया है तो 30 से अधिक लोगों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी गई है ।
डीटीओ ने कहा कि ऑटो, ट्रैक्टर और ई-रिक्शा के चालकों में से कई के पास लाइसेंस नहीं होने तो कई चालकों के नाबालिग होने की बात भी सामने आई है । ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई शुरू की गई है. ऐसी लापरवाही में वाहनों को भी जब्त किया जाना है । डीटीओ ने बताया कि इसके अलावा बगैर हेलमेट और कागजात चलने वाले बाइक चालकों पर भी कार्रवाई हो रही है।


