West Bengal Elections 2021 को लेकर BJP के अंदर बैठकों का दौर जारी है। पार्टी हर हाल में बंगाल का चुनाव जीतना चाहती है लेकिन ममता बनर्जी भी कम नहीं । दोनों ओर से तरकश के हर तीर आजमाए जा रहे हैं। बंगाल का चुनाव अमित शाह के राजनीतिक कौशल का भी इम्तहान है। इस बीच बड़ी खबर ये है कि कोलकाता के एक होटल में आधी रात को अमित शाह, जेपी नड्डा, कैलाश विजयवर्गीय, दिलीप घोष और शुवेन्दु अधिकारी के बीच बैठक हुई। इस बैठक को गुप्त रखा गया था ।

ममता बनर्जी के रणनीति की काट तलाश रही BJP
ममता बनर्जी के wheel chair वाली Politics से BJP हैरान-परेशान है। BJP का internal survey भी बता रहा है कि ममता बनर्जी ने “बंगाली अस्मिता” और ” एक अकेली महिला पर हमले” को हथियार की तरह इस्तेमाल किया है। कोलकाता की सड़कों पर जगह-जगह ममता बनर्जी के wheel chair वाले बैनर और Hoardings लगाए गए हैं, जिसपर लिखा है- “बंगाल को बंगाल की बेटी चाहिए” । लोग बताते हैं कि महिला वोटर्स पर इसका जबरदस्त प्रभाव पड़ा है । उनकी सहानुभूति ममता बनर्जी की ओर है । BJP के अंदर इन्हीं सब मुद्दों को लेकर बेचैनी है ।

ममता बनर्जी देश भर में मोदी विरोध का चेहरा
BJP को पता है कि बंगाल का चुनाव सिर्फ बंगाल को नहीं, बल्कि पूरे देश की राजनीति को प्रभावित करेगा । देश के तमाम छोटे-बड़े राजनीतिक दल, क्षेत्रीय पार्टियां और आंदोलनजीवी संगठन ममता बनर्जी के पक्ष में खुलकर उतर चुके हैं। किसान आंदोलन के नेता हो या CAA-NRC विरोधी चेहरे, उन सबका मकसद मोदी-अमित शाह को हराना है । शिवसेना, NCP, RJD, JMM, SP जैसे दलों ने तो खुलकर ममता बनर्जी के पक्ष में आ चुके हैं, लगभग सभी ने वाम दलोंऔर कांग्रेस गठबंधन से दूरी बना ली है। बंगाल के CPM कैडर भी बड़ी संख्या में भगवा झंडा थाम चुके हैं। कभी CPM के आंदोलन का केन्द्र रहा कोलकात्ता का Coffee House आजकल भगवा टी-शर्ट और भगवा टोपी से पटा नजर आता है।

देश में कम्युनिस्ट पार्टियां BJP की विरोधी, लेकिन बंगाल के CPM कैडर की पसंद BJP
बंगाल के बाहरी लोगों को ये जानकर हैरानी हो सकती है कि कम्युनिस्ट नेता भले ही BJP को अपना दुश्मन नंबर 1 मानते हों, लेकिन बंगाल के CPM कार्यकर्ता ममता बनर्जी को अपना दुश्मन मानते हैं। CPM कैडर्स को पता है कि BJP ममता बनर्जी के खिलाफ़ मुकाबले में है, लिहाजा बड़ी संख्या में CPM कार्यकर्ता लाल झंडा की जगह भगवा पताका लहरा रहे हैं। नंदीग्राम में भी जिन CPM कैडर्स की ममता बनर्जी की TMC के कार्यकर्ताओं ने हत्या की , बमों से हमले किए वे आज BJP के साथ दिख रहे हैं। उन्होंने विमान बोस और सीताराम येचुरी पर ज्योति दा के आदर्शों की तिलांजली देने का आरोप लगाया।
RSS की पुरानी चुनावी रणनीति के अनुसार लड़ेगी BJP
West Bengal Elections 2021 के लिए BJP ने अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव किया है। बड़े-बड़े बैनर्स और Hoardings की जगह छोटी-छोटी टोलियों में डोर-टू-डोर कैंपेन पर ज्यादा जोर है । बड़े नेताओं की रैलियां तो होंगी लेकिन दूसरी-तीसरी पंक्ति के नेताओं को निर्देश दिया गया है कि वे व्यक्तिगत रुप से मतदाताओं से मिलने पर फोकस करें। तकनीक और पैदल कार्यकर्ताओं की फौज के जरिए ही आम वोटर्स से संपर्क पर जोर है।