दोपहर पौने दो बजे कार्यवाही शुरु होते ही सीपी सिंह उठे। उन्होने कहा कि आज मंगलवार है, बजरंग बली का दिन है। आप चाहें तो सदन साढ़े 12 बजे तक चला लें। लेकिन बीच का आधा या एक घंटा हमलोगों को बजरंगबली को याद करने, उनके प्रार्थना करने के लिए दें दें। सीपी सिंह के इतना सुनते हैं झामुमो विधायक अपने-अपने स्थान से खड़े होकर हंगामा करने लगे। स्पीकर रबीन्द्र महतो ने झामुमो कोटे से मंत्री मिथिलेश ठाकुर को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर विधानसभा के पूर्व स्पीकर अपने मन की बात रखना चाहते हैं तो उन्हें सुनने में हर्ज क्या है ?
सदन का बहुमत हो तो हमें आपत्ति नहीं- स्पीकर
सीपी सिंह की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सीपी सिंह खुद स्पीकर रह चुके हैं। वे हमेशा बहुमत से चलने की बात करते रहे हैं। अगर सदन का बहुमत हो तो मुझे हर मंगलवार को आधा घंटा बजरंगबली को देने में कोई एतराज नहीं। इसपर सीपी सिंह ने तपाक से कहा कि यही तो मैं भी कहना चाहता हूं। क्या आपने नमाज के लिए कमरा देने से पहले बहुमत लिया था ? क्या इसपर किसी भी दल से मशविरा किया था ?
प्रदीप यादव ने ली चुटकी
सीपी सिंह की मांग पर गोड्डा विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि मैं आदरणीय सीपी सिंह की मांग से पूरी तरह सहमत हूं। उन्होने कहा कि सीपी सिंह दुखी हैं।
“दुख में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोय, जो सुख में सुमिरन करे, तो दुख काहे को होय”
जब सीपी सिंह सत्ता में थे तब अगर उन्होने हनुमान चालीसा का पाठ किया होता या सदन के बजरंग बली को याद करने के लिए समय मांगा होता, तो हनुमान जी उनको विपक्ष में बैठने की सजा ही नहीं देते। प्रदीप यादव के इतना कहते ही सत्ता पक्ष के लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे।
प्रदीप यादव ने कहा कि ये ढोंगी लोग हैं । इनमें अगर भक्ति होती तो मंदिर में जाकर पूजा करते। ये लोग तो बस हिंदू-मुस्लिम को लड़ाने वाले लोग हैं। देश को दंगों की आग में झोंकने वाले लोग हैं । इन्हें भगवान और भक्ति से क्या मतलब ?
इसपर गुस्से से बिलबिलाते हुए सीपी सिंह ने कहा कि अडाणी की दलाली करने वाला प्रदीप यादव मुझे हिंदू होने का सर्टिफिकेट न दे। मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हिंदू हूं ।