BPSC द्वारा घोषित रिजल्ट पर सबसे पहले प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयानबाजी शुरू की थी। अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने तेजस्वी यादव को जवाब दिया है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया। अपने फेसबुक पोस्ट में संजय जायसवाल ने लिखा कि ‘बीपीएससी का रिजल्ट देख कर हमारे 9वीं पास नेता जी को पेट में जबरदस्त दर्द हो रहा है। उनकी पीड़ा यह है कि पिछड़ों का कटऑफ मार्क्स सामान्य वर्ग के बराबर कैसे हो गया। कह रहे हैं कि फिर रिजर्वेशन से क्या फायदा है। अर्थात 9वीं पास नेता जी बहुत खुश होते कि अगर सामान्य वर्ग के 535 के बदले पिछड़े वर्ग का 250 पर सेलेक्शन होता। इनके पिता जी ने बहुत मेहनत से चरवाहा विद्यालय बनाया था और जीवन भर पिछड़ों को लाठी में तेल पिलाने की ही राजनीति समझाए।’
संजय जायसवाल ने कहा कि ‘पढ़ाई के मामले में भी वह अपने समय के सरकारी नौकरियों की तरह पक्के नहीं काम करने वाले समाजवादी थे। न वे चाहते थे कि बिहार के बेटे पढ़ाई करें और ना ही उन्होंने अपने बेटों को पढ़ाया।
आज अनुसूचित जनजाति के बच्चे 514 और अनुसूचित जाति के बच्चे भी 490 अंक पर चयनित होकर सभी वर्गों के पास पहुंच चुके हैं। यही बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी का सपना था जिसको आज के युवा जमीन पर उतार रहे हैं। मेडिकल परीक्षा में 80 के दशक में 20% आरक्षण लड़कियों के लिए होता था और सामान्य वर्ग और अनुसूचित जाति वर्ग में लगभग 40% नंबर का अंतर था।’
कटऑफ बराबर होना सुखद अनुभव- जायसवाल
बिहार बीजेपी अध्यक्ष के मुताबिक ’90 के दशक में मेडिकल कॉलेज में स्थितियां ऐसी हो गई कि महिलाओं का आरक्षण 20% से घटाकर 3% करना पड़ा क्योंकि बेटियां 65% सीटों पर हो जाती थीं। आज यह देखना बहुत ही सुखद है कि सामान्य वर्ग और पिछड़ा वर्ग का एक बराबर कटऑफ लिस्ट है। अनुसूचित जाति वर्ग भी थोड़े ही अंतर पर खड़ा है। अगले 5 सालों में यह भी खत्म हो जाएगा।