उज्जवल दुनिया संवाददाता/ गीतांजलि
सिमरिया। चतरा जिले के कुंदा थाना में 80 वर्षीय लाचार नेत्रहीन वृद्ध पर अफीम की खेती करने का आरोप लगा है।उनके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला भी दर्ज हो गया है। जबकि वे पिछले कुछ वर्षों से लाचार बिस्तर पर पड़े हुए हैं।इस मामले का खुलासा होने के बाद वन विभाग और पुलिस दर्ज केस के अनुसंधान की बात करने लगी है।
दरअसल बीते छह फरवरी को वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर अफीम की खेती को रौंद डाला था। इस प्रकरण के बाद दस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस केस में दारी गांव के 80 वर्षीय गुठली भुइयां को भी अभियुक्त बनाया गया।
यह बात जब गुठली को पता चला तो दंग रह गया। उन्होंने कहा कि केस करने वालों को यह समझना चाहिए कि एक वृद्ध लाचार नेत्रहीन कैसे अफीम की खेती कर सकता है।
कुंदा में यह चर्चा अब आम हो गई कि जो अफीम की खेती कर रहे हैं वो तो पकड़े नहीं जा रहे हैं।निर्दोषों को फंसाना कहां तक उचित है। इसके पूर्व भी कुंदा थाना में सिकीदाग गांव के विश्वनाथ गंझू नामक मृत व्यक्ति पर एनडीपीएस का मामला दर्ज कर लिया गया था। हालांकि कुंदा के रेंजर सूर्यभूषण कुमार और थाना प्रभारी बंटी यादव का कहना है कि निर्दोष व्यक्ति को किसी भी सुरत में ऐसे मामलों में घसीटा नहीं जाएगा।अगर कोई व्यक्ति निर्दोष है तो उसका नाम अनुसंधान के क्रम में हटा दिया जाएगा।