देश के 72वें गणतंत्र दिवस पर इंडिया गेट पर खालिस्तान का झंडा लहराने की साजिश रची जा रही है। इतना ही नहीं गणतंत्र दिवस परेड में बाधा डालने के लिए सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से ट्रैक्टर रैली निकालने का आह्वान किया गया है। सिख फॉर जस्टिस (Sikh For Justice) नाम की संस्था ने एलान किया है कि ऐसा करने वालों को 2,50,000 अमेरिकी डॉलर और इंग्लैंड की नागरिकता दिलाई जाएगी ।
Sikh For Justice ( SFJ ) नाम के इस अलगाववादी संगठन का दावा है कि सिंघु बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन की अधिकांश फंडिंग वही कर रहे हैं। सिख फॉर जस्टिस (Sikh For Justice) ने वादा किया है कि पंजाब के जो किसान 26 जनवरी को इंडिया गेट पर खालिस्तानी झंडा लहराएंगे, उन्हे पूरी कानूनी मदद दी जाएगी ।
1951 के रिफ्यूजी कन्वेंशन का हवाला देते हुए खालिस्तान समर्थक संस्था ने एलान किया है कि ऐसे लोगों को यूएन कन्वेंशन के तहत भारत सरकार कुछ नहीं कर सकती…संगठन का दावा है कि मोदी सरकार के काले कानूनों के बहाने ही सही एक बार फिर अलग खालिस्तान आंदोलन खड़ा करने का समय आ गया है…