एचएमसीएच से 180 ऑक्सीजन सिलेंडर गायब
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एक वार्ड ब्वॉय पर प्राथमिकी, पीआर बांड पर दो छूटे
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उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। कोरोना काल में एक तरफ जहां एक-एक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लोग तरस रहे हैं, वहीं हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एचएमसीएच) से 180 सिलेंडर गायब कर कालाबाजारी कर दिया गया है।
इस मामले में एचएमसीएच के सुर्पंरटेंडेंट की शिकायत पर यहीं के वार्ड ब्वॉय सुरेंद्र कुमार यादव पर सदर थाना में कांड संख्या-179/ दिनांक 17 मई 21, धारा-379 आईपीसी एंड 7 ईसी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। सदर थाना इंस्पेक्टर गणेश सिंह का कहना है कि चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इनमें दो सुपरवाइजर को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया। वहीं आरोपी एक वार्ड ब्वॉय सुरेंद्र को गिरफ्तार किया गया। एक वार्ड ब्वॉय को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
ऑक्सीजन सिलेंडर गायब कर बेचने के मामले में यहां ड्यूटी करनेवाले एक सिपाही की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि यही लोग मिल कर एचएमसीएच परिसर से मरीजों के परिजनों की बाइक भी गायब करवाते रहे हैं।
ऑक्सीजन सिलेंडर को अनाप-शनाप दाम में जरूरतमंदों को बेचा गया है। मामले की गहन जांच चल रही है। सोमवार की रात यहां निरीक्षण के लिए डीसी और एसपी भी आए थे। उसके बाद देर रात ऑक्सीजन सिलेंडर को गायब किया गया। आरोपियों को रात एक बजे ही हिरासत में लिया गया था।
इधर सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रभारी रंजन चौधरी ने बताया कि एचएमसीएच में कमीशनखोरी का गोरखधंधा खुलकर चलता है। इसमें आउटसोर्सिंग के स्टाफ से लेकर कई सफेदपोश भी शामिल हैं। एक-एक रेमडेसिविर का इंजेक्शन एक-एक लाख रुपए में बेचा गया है। इस पूरे मामले की निष्पक्षता से उच्चस्तरीय जांच जांच हो, तो बड़े घपले उजागर होंगे और कई के चेहरों से नकाब हटेगा। वहीं सीपीएम के जिला सचिव गणेश कुमार सीटू ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। साथ ही सभी के चेहरे को बेनकाब करने की भी आवश्यकता है।
एचएमसीएच को दलालों ओर कमीशनखोरों से बचाने के लिए सख्त अभियान चलाने की जरूरत है, तभी गरीब मरीजों को न्याय मिल सकेगा।