उज्ज्वल दुनिया नई दिल्ली, 02 सितम्बर (हि.स.)। पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी छोर पर चीनी सैनिकों से ताजा झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख की सीमा पर स्थिति लगातार तनावपूर्ण होती जा रही है। चीन ने बड़ी संख्या में बड़े और छोटे टैंक की तैनाती कर दी है, जो भारतीय रेंज के बिल्कुल पास है। चीन की हर हरकत को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने भी झड़प वाली जगह के दक्षिणी छोर पर टैंक और आर्टिलरी सपोर्ट का जाल बिछा दिया है।दोनों ओर से भारत और चीन ने जहां अपने-अपने टैंकों की तैनाती की है वहां से दोनों सेनाएं एक-दूसरे के फायरिंग रेंज में हैं।
एनएसए अजीत डोभाल ने शीर्ष अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
भारत-चीन सीमा को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मंगलवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी आज ही एक और उच्च स्तरीय बैठक कर सकते हैं।
ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता में भारत ने पीएलए की तैनाती पर जताई आपत्ति
पैंगोंग झील इलाके के दक्षिणी क्षेत्र में हुई घटना के बाद भारत-चीन के बीच तनाव को देखते हुए सोमवार को भारतीय क्षेत्र चुशुल में दोनों देशों के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता हुई लेकिन कुछ नतीजा नहीं निकला। इसलिए तनाव खत्म करने की दिशा में आज फिर मंगलवार को चीनी क्षेत्र के मोल्डो में ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता हो रही है लेकिन इसका भी कुछ नतीजा आता नहीं दिख रहा है। भारत ने इस वार्ता में हेलमेट टॉप एंड ब्लैक टॉप जैसे क्षेत्रों में पीएलए की तैनाती पर आपत्ति जताई है।
सामरिक दृष्टि से चीन के मुकाबले भारत की स्थिति मजबूत
इनपुट के अनुसार भारतीय सेना पीएलए की तुलना में सामरिक दृष्टिकोण से बेहतर और मजबूत स्थिति में है, क्योंकि चीनी सेना की नीयत को देखते हुए भारत ने ऊंचाइयों के अग्रिम मोर्चों पर सेना की तैनाती कर रखी है। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन कहते हैं कि भारतीय पक्ष काफी सक्रिय रहा है। निगरानी के बाद जब हमने पाया कि चीनी उन ऊंचाइयों तक रेंगने की कोशिश कर रहे थे, तो हमने यह सुनिश्चित कर लिया कि हम उस पर जल्दी से कब्जा कर लें।
चीनी दूतावास ने कहा-भारत ने पैंगॉन्ग में ‘चीन के इलाके’ में घुसपैठ की
भारत में चीन के दूतावास ने आज बयान जारी कर कहा है कि भारतीय सैनिकों ने पैंगॉन्ग में ‘चीन के इलाके’ में घुसने की कोशिश की। बयान में कहा गया है कि ‘भारत से सैनिकों को नियंत्रित करने को कहा गया है।
काला टॉप पर भारत का कब्ज़ा
29-30 अगस्त की रात जिस थाकुंग चोटी पर चीन के कब्ज़ा करने की कोशिश की, उसे काला टॉप के नाम से भी जाना जाता है। चीनी टैंक और सैन्य वाहन पैंगॉन्ग इलाके के काला टॉप माउंटेन क्षेत्र के पास मौजूद हैं, जिसे भारतीय सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है और चीन की हर चालाकी पर नजर गड़ाए है। भारतीय सेना ने चुशूल और स्पैंगोर त्सो इलाके के बीच पहले से ही अपने टैंक तैनात कर रखे हैं। अब भारतीय टैंक झील के उस दक्षिणी छोर पर तैनात किए गए हैं, जहां ताजा झड़प हुई है।