छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के केरला पाल थाना क्षेत्र के जंगलों में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 17 नक्सली मारे गए, जिनमें एक शीर्ष नेता भी शामिल था। इस मुठभेड़ में चार सुरक्षा कर्मी घायल हो गए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि केवल शांति और विकास ही बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने ‘X’ पर लिखा, “हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने सुकमा में 16 नक्सलियों को ढेर कर दिया और बड़ी संख्या में स्वचालित हथियार बरामद किए। जो लोग हथियार उठाकर हिंसा कर रहे हैं, वे बदलाव नहीं ला सकते, केवल शांति और विकास ही इसका समाधान हैं।”
पुलिस के मुताबिक, मारे गए नक्सलियों में एक पर ₹25 लाख का इनाम था।
यह अभियान जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों ने खुफिया सूचना के आधार पर चलाया। उन्होंने शनिवार सुबह ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें 17 नक्सलियों को मार गिराया गया।
बस्तर रेंज के आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि “AK-47, SLR, INSAS राइफल्स और अन्य हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है।”
सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से सभी 17 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं, जिनमें से सात की पहचान हो चुकी है। इलाके में अभी भी तलाशी अभियान जारी है।
छत्तीसगढ़ में एक साल के भीतर बड़े नक्सली एनकाउंटर:
-
20 मार्च 2025: बीजापुर और कांकेर में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 30 नक्सली ढेर।
-
9 फरवरी 2025: बीजापुर जिले में 31 माओवादी मारे गए।
-
20-21 जनवरी 2025: गरियाबंद जिले में 16 माओवादी ढेर।
-
19 जनवरी 2025: सीपीआई (माओवादी) के केंद्रीय समिति सदस्य जयाराम उर्फ चलपति सहित 14 नक्सली मारे गए।
-
16 जनवरी 2025: बीजापुर में 18 माओवादी ढेर।
-
22 नवंबर 2024: सुकमा जिले में 10 नक्सली मारे गए।
-
4 अक्टूबर 2024: अबूझमाड़ में 38 नक्सली ढेर।
-
10 मई 2024: बीजापुर जिले में 12 नक्सली मारे गए।
गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया कर दिया जाएगा।