मिर्जापुर । मिर्जापुर के विंध्याचल स्थित अखाड़ा घाट के सामने बुधवार दोपहर श्रद्धालुओं की नाव मध्य गंगा में पलट गई। नाव में नाविक सहित 14 लोग सवार थे। गोताखोरों ने आठ लोगों को बचाया। तीन बच्चों और तीन महिलाओं सहित छह लोग लापता हैं। सभी लोग रांची और जमशेदपुर के रहने वाले थे । अखाड़ा घाट पर बुधवार दोपहर गंगा उस पार से स्नान कर लौट रहे झारखंड के श्रद्धालुओं की नाव मध्य गंगा में पलट गई। नाव में सवार 14 लोग नदी की धारा में बहने लगे। गोताखोरों ने पांच श्रद्धालुओं, नाविक, वाहन चालक और एक फोटोग्राफर को बचा लिया जबकि तीन बच्चों और तीन महिलाओं सहित छह लोग लापता हो गए।
पुलिस, व पीएसी जाल डालकर व गोताखोरों की मदद से देर शाम तक उनकी तलाश में जुटी रही। मदद के लिए एनडीआरएफ को भी बुला लिया गया था। कमिश्नर योगेश्वर मिश्र, डीआईजी आरके भारद्वाज, डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी अजय सिंह खुद काफी देर तक मौके पर मौजूद रहे।
धुर्वा के क्वार्टर नंबर 1589 में रहते थे राजेश तिवारी
झारखंड के रांची और जमशेदपुर से विकास, उनके साले राजेश और राजेश का जीजा दीपक तीनों अपनी पत्नियों और बच्चों के साथ मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने आए थे। तीनों परिवारों के 11 सदस्य कार से बुधवार को विंध्याचल पहुंचे। दर्शन से पहले सभी गंगा स्नान करने अखाड़ा घाट पहुंचे। वहां कीचड़ होने के कारण सभी नाव से गंगा पार चले गए।
स्नान करके लौटते समय बारिश शुरू हो गई और तेज हवा चलने लगी। नदी के बीच में ही उनकी नाव पलट गई। नाविक सहित उसमें सवार सभी 14 लोग तेज धारा में बहने लगे। शोर सुन कर आसपास के लोगों व गोताखोरों ने राजेश कुमार तिवारी (35) निवासी धुर्वा (रांची), विकास ओझा (28) निवासी बक्सर, दीपक मिश्रा (27) जमशेदपुर, चालक सुदीप कुमार (38) निवासी बक्सर, अलका (9) पुत्री राजेश, रितिका (7) पुत्री राजेश, नाविक गौतम निषाद (16) पुत्र गुरु निषाद, फोटोग्राफर प्रदीप (20) को बाहर निकाल लिया।
वहीं गुड़िया (28) पत्नी विकास, खुशबू (30) पत्नी राजेश, अनीशा (26) पत्नी दीपक, सत्यम (5) पुत्र विकास, शौर्य (3) पुत्र विकास, दीपक का दो माह का पुत्र नदी की धारा में बह गए। पुलिस जाल डालकर देर शाम तक उनकी तलाश में जुटी थी।