कोडरमा : इस सर्द भरी मौसम में भी डोमचांच की राजनीति गरमा गयी है, पिछले दिनों एक कथित ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद बदले राजनीति के बीच यहां बड़ा उलटफेर होने का अनुमान है। डोमचांच नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार मेहता के खिलाफ 14 में से 13 वार्ड पार्षदों ने सीधे तौर पर मोर्चा खोलते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाया है। अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद चर्चा का बाजार गर्म है। वहीं अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पार्षदों ने उपाध्यक्ष पप्पू मेहता के साथ कोडरमा ध्वजाधारी धाम में जाकर माथा टेका और बाद में नगर पंचायत के विशेष पदाधिकारी जितेंद्र कुमार जैसल से मुलाकात भी की। संभावना जतायी जा रही है कि यह अविश्वास प्रस्ताव कायम रहेगा और आनेवाले समय में नगर पंचायत के अध्यक्ष को लेकर सीन बदला हुआ नजर आयेगा।
जानकारी के अनुसार, बदलाव की पूरी पटकथा एक कथित ऑडियो क्लिप को सामने लाकर लिखी गयी। पिछले दिनों डोमचांच में टैक्सी स्टैंड के स्थानांतरण को लेकर उद्घाटन कार्यक्रम था, पर इसकी जानकारी अध्यक्ष एवं अन्य को नहीं दिये जाने की बात सामने आयी थी, बताया जाता है कि इस मुद्दे पर अध्यक्ष का मोबाइल पर हुई बातचीत का एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जिसमें अध्यक्ष सीधे तौर पर नगर पंचायत के कार्यपालक, वार्ड पार्षदों यहां तक कि थाना प्रभारी के खिलाफ अमर्यादित शब्द, गाली- गलौज करते हैं। इसी ऑडियो क्लिप को आधार बनाकर पार्षदों ने पिछले दिनों डीसी-एसपी को लिखित आवेदन दिया था, वहीं कार्यपालक पदाधिकारी ने थाना में अध्यक्ष के खिलाफ आवेदन देते हुए केस दर्ज करा दिया। गुरुवार को डोमचांच नगर पंचायत सभागार में बोर्ड की बैठक उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में बुलायी गयी। इसमें अध्यक्ष राजकुमार मेहता भी पहुंचे, पर उनके सामने ही 13 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही। बैठक में एकमात्र वार्ड नंबर 13 के पार्षद नीलकंठ मेहता मौजूद नहीं थे। ज्ञात हो कि अप्रैल 2018 में नगर पंचायत बोर्ड का गठन हुआ था. गठन के कुछ वर्ष बाद ही यह उलटफेर हो गया है।
अविश्वास प्रस्ताव जिसके नाम है
बोर्ड की बैठक को लेकर तैयार कार्रवाई एवं अविश्वास प्रस्ताव पर वार्ड नंबर एक की पार्षद आरती देवी, वार्ड- 2 की सुनीता देवी, वार्ड- 3 की गुड़िया देवी, वार्ड- 4 की आशा देवी, वार्ड- 5 के अनिल यादव, वार्ड- 6 की सरिता वर्णवाल, वार्ड- 7 के उमेश मेहता, वार्ड- 8 के अविनाश कुमार, वार्ड- 9 के संजय सिंह, वार्ड- 10 के मुकेश कुमार, वार्ड- 11 के अशोक यादव, वार्ड- 12 के मुकेश कुमार रजक और वार्ड- 14 की पुष्पा देवी का हस्ताक्षर है. इसमें कहा गया है कि अध्यक्ष की अगुवाई में बोर्ड की बैठक करना संभव नहीं है. अविश्वास प्रस्ताव की बात सुनते ही अध्यक्ष बैठक से बाहर चले गये. ऑडियो क्लिप में अध्यक्ष का आचरण दिखा है. इनका व्यवहार महिला पार्षदों के प्रति अमर्यादित रहता है। पिछली बोर्ड बैठक की कार्रवाई पर आज तक उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किया है. अध्यक्ष अपना नैतिक स्तर गिरा चुके हैं. वे अध्यक्ष पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं। बैठक में 15वें वित्त आयोग के तहत ली जाने वाली योजना जैसे- पार्क, तालाब जीर्णोद्धार, वेंडिंग जोन, शवदाह गृह आदि को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया. कहा गया कि अध्यक्ष की जगह कार्रवाई पर उपाध्यक्ष हस्ताक्षर करेंगे।
भ्रष्टाचार का विरोध किया, तो रची गयी साजिश : मेहता
इधर, नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार मेहता ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का विरोध करने पर मेरे खिलाफ साजिश रचने की बातें कही है. उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर पार्षदों के द्वारा पैसा मांगने की शिकायत पर मैंने संज्ञान लिया था। इसके अलावा गिरिडीह रोड में पेवर ब्लॉक बिछाने के बाद उखड़ जाने पर भी मैंने सवाल उठाया था. कार्यपालक कार्यालय में नहीं बैठते थे, जिसकी शिकायत डीसी से की थी. आये दिन कमीशनखोरी को लेकर विवाद होता था. मैं भ्रष्टाचार करने नहीं दे रहा था, इसलिए साजिश रची गयी. कहीं पर अध्यक्ष के रहते उपाध्यक्ष की अगुवाई में बैठक की जाती है क्या. वैसे भी आज की बैठक डोमचांच नगर परिषद सभागार में नहीं की गयी. कार्यपालक मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं. इनका कार्यकाल पहले भी विवादों में रहा है।