नई दिल्ली: भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने लॉन्ग रेंज एंटी शिप मिसाइल (LRAShM) का सफल परीक्षण कर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह हाइपरसोनिक मिसाइल 12,144 किमी/घंटा की अविश्वसनीय गति और 1500 किमी की मारक क्षमता के साथ समुद्री युद्धक्षेत्र में गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
भारत का आधुनिक ब्रह्मास्त्र!
भारतीय पौराणिक ग्रंथों में वर्णित ब्रह्मास्त्र जैसी अकल्पनीय शक्तियों की कल्पना अब विज्ञान के जरिये हकीकत बनती दिख रही है। LRAShM इतनी तेज है कि दुश्मन के युद्धपोतों को सिर्फ 7-8 मिनट में तबाह कर सकती है।
LRAShM की ख़ासियत:
- गति: 12,144 किमी/घंटा (10 मैक)
- रेंज: 1500 किमी
- प्रौद्योगिकी: स्क्रैमजेट और ग्लाइड तकनीक
- प्रभाव: हिंद महासागर में चीन और पाकिस्तान की चुनौती को मात देने में सक्षम
कैसे बदलेगा सामरिक परिदृश्य?
LRAShM के सफल परीक्षण से भारतीय नौसेना को हिंद महासागर में रणनीतिक बढ़त मिलेगी। इससे पाकिस्तान के कराची बंदरगाह या चीन के युद्धपोतों को मिनटों में ध्वस्त किया जा सकता है।
दुनिया के वैज्ञानिक हैरान!
अमेरिका और चीन जैसे रक्षा महाशक्तियों के पास भी हाइपरसोनिक मिसाइलें हैं, लेकिन LRAShM की उन्नत तकनीक और लंबी रेंज इसे खास बनाती है। यह मिसाइल ध्वनि की गति से 10 गुना तेज है और स्ट्रीम हीट से बचने के लिए विशेष सामग्री से बनी है।
भारत की इस तकनीकी सफलता ने चीन और पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है और भारतीय रक्षा प्रणाली को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।