बड़कागांव थाना से फरारी के बाद अमन को थाना गेट से पदमा हाइवे तक पहुंचाया था गंगा साव
पुलिस और अपराधी के बीच लिंक मैन बना था गंगा
पुलिस की नजरों के सामने अपराधियों से करा रहा था अपराध
सामने हुई पूछताछ तो डीएसपी अनिल सिंह की भूमिका भी आई सामने
अजय निराला/उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/हजारीबाग। सीआईडी की पूछताछ में रिमांड पर लिए गए गैंगस्टर अमन साहू ने कई अहम खुलासे किए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एडीजी अनिल पालटा ने मुकेश कुमार, एसडीपीओ अनिल सिंह और चौकीदार के साथ अमन साहू से एक साथ बैठाकर पुछताछ किया।
अमन साहू से फरारी के दौरान पुलिस के मददगारों के बारे में पूछा गया। उसने पहले बात घुमाने का प्रयास किया । कड़ाई से पुछताक्ष करने पर इसने रामगढ़ के टेक्निकल सेल के दिलीप वर्णवाल और ऋषि का नाम कबूल किया है । जानकारी के मुताबिक उसने सीआईडी को बताया कि बड़कागांव थाना से भागने में उसका मदद टाइगर ग्रुप का सरगना राजकुमार गुप्ता के भाई गंगा सावने किया था । उसी ने थाना गेट से पदमा हाइवे तक अमन को छोड़ा था और चतरा-हज़ारीबाग़ में रेकी कर सूचनाएं देता था ।
एसडीपीओ अनिल सिंह पर जबरन थाना प्रभारी मुकेश यादव पर अमन की फरारी की कहानी बना केस करवाने और जांच में जानबूझकर बात छुपाने का आरोप पाया गया है। इस मामले में एसडीपीओ अनिल सिंह पर जवाबदेही तय किए जाने की बात कही जा रही है। अमन ने यह भी बताया है कि गंगा साव ने ही थाने से फ़रार होने के बाद हजारीबाग से पदमा लाइन होटल तक स्कॉर्पियो से ड्रॉप किया था।फरारी के दौरान गंगा ही सारे कोयला पार्टी का नंबर देता था।अमन ने यह भी खुलासा किया है कि दिलीप वर्णवाल ही उसे पुलिस की गतिविधि और टेक्निकल जानकारियाँ देता था। इस खुलासे के बाद गंगा साहू की दोहरी नीति सामने आई है। इधर पुलिस से मिलकर खुद को विश्वासी बना रखा था और अपराधियों से मिलकर पुलिस और अपराधी के बीच ना सिर्फ लिंक मैंन बना हुआ था बल्कि बेखौफ होकर पुलिस की जानकारी में अपराधियों से अपराध करा रहा था।