उज्ज्वल दुनिया/रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अमर शहीद सिद्धो-कान्हो के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या की घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से करने के प्रस्ताव पर अपनी सहमति दी है। रामेश्वर मुर्मू की हत्या 12 जून 2020 को हुई थी।
रामेश्वर मुर्मू की हत्या की घटना की जांच सीबीआई से कराने के लिए विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक संगठनों द्वारा मांग की जा रही थी। इस संबंध में राज्य के महानिदेशक द्वारा घटना की सीबीआई जांच के लिए मुख्यमंत्री का अनुमोदन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। यह घटना साहेबगंज जिलान्तर्गत बरहेट थाना कांड में कांड संख्या-97/2020 के तहत 17 जून 2020 को भादवि की धारा-302 के तहत दर्ज है।
13 जून को भोगनाडीह के मांझी टोला के एक खेत में सिद्धो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू का शव मिला था। 12 जून को वे घर से गये थे। परिजनों से कहा था कि बगल में जा रहे हैं। शव मिलने के बाद परिजनों ने मोमिन टोला के सद्दाम अंसारी पर हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद सद्दाम अंसारी ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है।
गौरतलब है कि सिद्धो-कान्हो और भोगनाडीह का झारखंड की राजनीति में खास महत्व है। संथाल आदिवासी समाज सिद्धो-कान्हू को अपना नायक मानते हैं, उनसे भावनात्मक जुड़ाव है, भोगनाडीह में हर साल 30 जून को हूल दिवस मनाया जाता है। यह अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में उनके बलिदान की याद में मनाया जाता है। इस दिन झारखंड के मुख्यमंत्री भोगनाडीह जाकर सिद्धो-कान्हू की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करते है।