गिरोह मे दो नाबालिग समेत आधे दर्जन सदस्य 65 मोबाइल के साथ धराए
नीरज कुमार जैन
गिरोह मे बच्चों की होती है अहम भूमिका, 65 मोबाइल के साथ गिरोह मे दो नाबालिग समेत आठ सदस्यों को हजारीबाग सदर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। धराए सदस्यों के पास से विभिन्न कंपनियों के 65 मोबाइल पुलिस ने जब्त किया है. सभी सदस्य साहिबगंज जिला के रहने वाले हैं. ये गिरोह बच्चों को पैसे का लालच देता है और उन्हें चोरी की ट्रेनिंग भी देता है. बताया जाता है कि ये कुछ समय बाद अपने ठिकाने बदलते रहते हैं. ये जानकारी सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी। झारखंड के साहिबगंज तीनपहाड़ थाना क्षेत्र के बाबूपुर गांव के कन्हैया महतो (पिता स्व मोतीलाल महतो), अनिल नोनिया (पिता मेघु नोनिया), मिथुन महतो (पिता स्व लालजी महतो), गोविंद कुमार महतो (पिता मखन महतो), निचेतोला के आकाश महतो (पिता स्व बसंत महतो), हाथिगढ़ छोटा तुतलिया के मुन्ना चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति ने कहा कि छापामारी में इस गिरोह के दो आरोपियों को पुलिस ने बस स्टैंड से पकड़ा. इनमें मिथुन महतो और अनिल नोनिया हैं. दोनों की तलाशी करने पर 24 मोबाइल पुलिस को मिला. दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद दो नाबालिग सहित छह आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा. आरोपियो के किराए के मकान में तलाशी करने पर 41 मोबाइल पुलिस ने बरामद किया। आरोपियों के पास से सभी जब्त मोबाइल महंगे हैं. जिनमें सबसे अधिक रेडमी कंपनी के 15 मोबाइल, ओप्पो कंपनी के नौ मोबाइल, एमआई के आठ मोबाइल, सैमसंग के छह मोबाइल, वीवो कंपनी के चार मोबाइल इसके अलावा 13 मोबाइल अन्य कंपनी के मोबाइल हैं। सदर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर गणेश कुमार सिंह ने बताया कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के नूतन नगर निवासी खेमलाल साव के घर में किराये पर सभी आरोपी रहते थे. शहर व आसपास के इलाके में साप्ताहिक बाजार, डेली मार्केट व राहगीरों से मोबाइल चोरी व छिनतई करते थे. पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि चोरी के मोबाइल को दुकानों में आधा मूल्य पर बेचते हैं. मोबाइल चोरी का प्रशिक्षण छोटे बच्चों को दिया जाता है. बच्चों को पैसे का लालच देकर मोबाइल चोरी करने की तकनीक सिखाते हैं. मोबाइल चोरी कर लाने पर बच्चों को रुपये देते थे। इंस्पेक्टर गणेश सिंह ने बताया कि एक शहर में छह से आठ महीने तक इस गिरोह के सदस्य रहते हैं। सौ से अधिक मोबाइल चोरी कर लेने के बाद बड़े शहरों की दुकानों में मोबाइल को बेच देते हैं. इसके बाद अपना ठिकाना बदल लेते हैं. मोबाइल चोर गिरोह के मुख्य सरगना कन्हैया महतो है. इंस्पेक्टर ने बताया कि हज़ारीबाग के अलावा सिमरिया, टंडवा, चतरा, गिरिडीह, धनबाद और दुमका में मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम दिया है. छह महीने पूर्व कन्हैया महतो को कटकमदाग पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा था।