पाकिस्तान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सहित राष्ट्रवादी समूहों से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समक्ष एक कार्य योजना बनाने की मांग की है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने मंगलवार को 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद से कहा कि “हिंसक वर्चस्ववादी समूहों” को भी अन्य आतंकवादी संगठनों की तरह घोषित किया जाना चाहिए, फिर चाहे वो भारत के सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मूल समूह ही क्यों न हो । अकरम ने UNSC में कहा कि इस तरह के हिंसक नस्लवादी और चरमपंथी आतंकवाद अनिवार्य रूप से जवाबी हिंसा को बढ़ावा देंगे और ISIS और अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों की “इस्लाम पर खतरा” जैसी कथा को मान्य करेंगे ।
मुनीर अकरम ने कहा कि हिंदूवादी विचारधारा और भाजपा की अति-राष्ट्रवाद की पॉलिसी के कारण भारत में मुसलमानों की जान को खतरा है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे संगठन विश्व की शांति और समृद्धि के लिए खतरा हैं ।