शिवानंद तिवारी ने कहा
जीतने की औकात पांच सीट की नहीं और मांग रहे थे 25 सीट
* कोई चार पैर वाले को बांध सकता है, दो पैर वाले को कैसे बांध कर रखेंगे
* कुशवाहा जी को एनडीए में भी नहीं मिलेगी जगह
* उपेन्द्र कुशवाहा जैसे नेता के लिए सिद्धांत नहीं मायने रखता
* महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी से होगा नुकसान
उज्ज्वल दुनिया/पटना । राजद के कद्दावर नेता रह चुके शिवानंद तिवारी ने शनिवार को महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि रालोसपा के नेता उपेंद्र कुशवाहा एनडीए छोड़कर महागठबंधन में आए हैं। मन मुताबिक सीट न मिलने पर अब वह महागठबंधन से अलग होने की बात कर रहे हैं। ऐसे बिन पेंदी का लोटा पर कौन भरोसा करेगा? उपेंद्र कुशवाहा कहीं नहीं जाने वाले। उनके पास जाने के लिए जगह ही कहां है। चार पैर वाले को बांधकर रखा जा सकता है, दो पैर वाले को कोई कैसे रोककर रख सकता है।
कोई पार्टी सिद्धांत की राजनीति नहीं कर रही: तिवारी
तिवारी ने कहा, ‘कोई पार्टी सिद्धांत की राजनीति नहीं कर रही है। चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है। अब जल्द से जल्द टिकट का बंटवारा भी हो जाना चाहिए। महागठबंधन में टिकट बंटवारे में जो देर हो रही है मैं उसका समर्थन नहीं करता। मगर बिहार की राजनीति में सब कुछ आसान नहीं होता। विवाद महागठबंधन और एनडीए दोनों जगह दिख रहा है।’
मांझी की जेड प्लस सिक्योरिटी पर उठाए सवाल
शिवानंद तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को मिले जेड प्लस सिक्योरिटी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘मांझीजी को किससे खतरा है। मुख्यमंत्री ने उन्हें इतनी अधिक सुरक्षा क्यों दी है? नेता सुरक्षा का इस्तेमाल सिर्फ अपने वीआईपी स्टेटस को बढ़ाने के लिए कर रहे हैं। वीआईपी सुरक्षा स्टेटस सिंबल बन गई है।’