सुशील मोदी के राज्यसभा में जाने से विधानपरिषद की जो सीट खाली हुई थी, उसपर सैय्यद शाहनवाज हुसैन निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं । उनके खिलाफ किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया था । बिहार विधान परिषद की इन दोनों सीटों के लिए मतदान 28 जनवरी को निर्धारित किया गया था । हालांकि उम्मीदवारों के निर्विरोध चुने जाने की स्थिति में मतदान की नौबत नहीं आई ।
उधर विकासशील इंसाफ पार्टी के सुप्रीमों मुकेश सहनी ने पूर्व मंत्री बिनोद नारायण झा द्वारा बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित होने पर खाली सीट के लिए नामांकन दाखिल किया है । उनके खिलाफ़ भी कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरा । लिहाजा मुकेश सहनी की जीत भी तय है ।
पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने कहा कि एनडीए गठबंधन के चारों घटक दल मिलजुल कर काम कर रहे हैं । मंत्रिमंडल विस्तार के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही होगा ।