थाना प्रभारी ने दिए एक हजार और कही यह बात…
कामडारा (गुमला): जिस कोख से बेटी ने जन्म लिया, जब वही कोख भूख से बिलबिलाने लगे तो पेट भरने के लिए शराब भी बेचना पड़ता है। ऐसा ही हुआ कामडारा कुलकी गांव निवासी शिवरानी तानी (10) के साथ। वह अपनी भूखी मां की हालत देख न सकी और निकल पड़ी शराब बेचने, ताकि मां व पिता के साथ खुद का पेट भर सके। वह रविवार को साप्ताहिक पोकला बाजार में शराब बेच रही थी ताकि उससे मिलने वाले रुपये से वह अपने घर राशन ले जा सके। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
उसी समय मौके पर कामडारा पुलिस ने छापामारी शुरू कर दी। मौके पर भगदड़ मच गई। ऐसे में मासूम बच्ची चुपचाप खड़ी पुलिस को निहारने लगी। उसे देखकर थाना प्रभारी देवप्रताप प्रधान वहां पहुंचे और बच्ची से पूछा कि वह शराब क्यों बेच रही है। तब उसने डरते सहमते हुए कहा कि सर, मेरे घर में खाना नहीं है। मां भूखी है। पिता बेरोजगार है। ऐसे में उसे भी भूख लगी थी तो वह क्या करती। बस गांव के ही एक चाची से शराब का जार उधार लिया और उसे बेचने के लिए आ गई।
मासूम की बात सुनकर थाना प्रभारी की आंखें नम हो गई और उन्होंने कहा कि तुम शराब के अलावा सब्जी बेचकर भी तो रुपये कमा सकती हो। तब उस मासूम ने कहा कि सर सब्जी खरीदने के लिए उसके पास रुपये नहीं हैं तो कैसे सब्जी खरीद कर वह बेच सकती है। इतना सुनते ही थाना प्रभारी ने अपनी पाॅकेट से एक हजार रुपये निकाल कर उस बच्ची को दिए और कहा कि अब दोबारा शराब नहीं बेचना।
इस रुपये से सब्जी खरीद कर बेचो और अपने मां-पिताजी को ही दुकान में बैठने के लिए कहो। जबकि उस मासूम को पढ़ाई करने के लिए थाना प्रभारी ने जागरुक किया और कहा कि पढ़ाई करने में अगर कोई परेशानी होती है तो उससे आकर वह मिल सकती है। उसकी पढ़ाई की व्यवस्था भी वह करा देंगे। इतना सुनकर वह मासूम बच्ची थाना प्रभारी के सामने बिना कुछ कहे कान पकड़कर उठक बैठक करने लगी। यह देख थाना प्रभारी हंसने लगे और बच्ची को दुलाराते हुए घर जाने को कहा।।