
हिंदी दिवस पर विशेष
सिलीगुड़ी
हिंदी दिवस है आज, हम सब मिलकर इसे मनाएंगे।
हिंदी में सोचें, हिंदी में बोले, हिंदी में ही गाएंगे ।
हिंदी है वैज्ञानिक भाषा
सभ्य ,सोच और सभ्य संस्कृति,इसकी यही है परिभाषा।
सबसे प्यारी लगती न्यारी,हिंदी है पहचान हमारी
हिंदुस्तान की शान है हिंदी,सक्षम इसे बनाएंगे।
।।हिंदी में सोचे, हिंदी में बोले, हिंदी में ही गाएंगे।।अंग्रेजों ने आकर देश में,गुलामी हम पर थोपा।
जाते-जाते भी जुल्मी ने, इंग्लिश रूपी बीज है रोपा।
आज बना नासूर यह पौधा, मिलकर उसे हटाएंगे। ।।हिंदी में सोचें, हिंदी में बोले, हिंदी में ही गाएंगे।।
अंग्रेजी मोह से ग्रसित नहीं हम,हिंदी से निश्छल प्यार है।
हिन्दी हमारी आत्मा है भावना का साज है।
दृढ़ निश्चय कर इसको अब हम, जन जन तक पहुंचाएंगे।
।। हिंदी में सोचे, हिंदी में बोले, हिंदी में ही गाएंगे।।
युवा शक्ति ही ला सकती है, अपने देश में परिवर्तन।
किंतु जरूरी है उनको, मिले हमारा मार्गदर्शन
बिखरी युवा शक्ति को जोड़ हम नव प्रकाश फैलाएंगे। ।। हिंदी में सोचे, हिंदी में बोले, हिंदी में ही गाएंगे।।

