झारखंड सरकार में शामिल दलों के विधायकों में नाराजगी
पुलिस प्रशासन के रवैया के खिलाफ विधायकों में है भारी रोष
रामगढ़। झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी के विधायकों में प्रशासनिक महकमे के खिलाफ आक्रोश दिख रहा है। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के मनमानी रवैया के खिलाफ विधायक अब आर-पार की लड़ाई में उतरने का मन बना लिए हैं। इसका परिणाम भी अब सामने आने लगा है। जो आने वाले दिनों में झारखंड सरकार के लिए परेशानी का कारण बनता दिख रहा है । समय रहते सरकार अगर नहीं चाहती तो आने वाले समय में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
विधायकों की नाराजगी अब सामने आने लगी है
रामगढ़ जिला पुलिस प्रशासन से नाराज विधायक ममता देवी ने कड़ा कदम उठाया है। उन्होंने जिला में कोई भी सरकारी सेवा लेने से इनकार करते हुए अपने तीनों अंग रक्षकों को वापस कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रामगढ़ की विधायक ममता देवी जिला पुलिस प्रशासन से काफी खफा चल रही है। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के बेरुखी और मनमानी विधायक को पसंद नहीं आ रही है।
विधायक ममता देवी ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन मुख्य कार्यक्रम स्थल से भी कार्यक्रम के बीच में ही निकल गई थी। विधायक ममता देवी ने बीती रात अपने तीनों अंगरक्षकों को वापस रामगढ़ पुलिस लाइन भेज दिया है। जानकारी के अनुसार विधायक ने जिला पुलिस से आग्रह किया था कि उनके अंगरक्षकों को वापस ले लिया जाए। उन्हें सुरक्षाकर्मी की जरूरत नहीं है। पिछले दो-तीन दिनों तक अंगरक्षकों की वापसी को लेकर टालमटोल होता रहा। लेकिन शुक्रवार की देर रात को ममता देवी ने अपने तीनों अंग रक्षकों हवलदार बनवारी राम, सिपाही मिथिलेश यादव एवं मिथिलेश तिवारी को वापस कर दिया है।
विधायक ममता देवी के कड़े रुख को देखते हुए आने वाले दिनों में झारखंड में होने वाले राजनीतिक उठापटक के परिदृश्य में देखा जा सकता है। वहीं जानकारों की मानें तो झारखंड के कई अन्य विधायक भी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के रवैया से खासे नाराज हैं। आने वाले दिनों में और भी विधायकों के कड़े रुख सामने आएंगे।