[राजेश कुमार]
गिरिडीह: सम्प्रदायिक सद्भावना की मिसाल लंगटा बाबा समाधिस्थल पर वर्षों से चली आ रही परंपरा और बाबा के प्रति अटूट आस्था का संगम एक बार फिर इस साल भी देखने को मिला। हर वर्ष की तरह इस वर्ष पौष पूर्णिमा के मौके पर गुरुवार को चादर चढ़ाने और मन्नत मांगने के लिए बाबा के समाधि स्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ी। दिखी।
गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड अंतर्गत खगडीहा में अवस्थित लंगटा बाबा समाधि स्थल पर चादर चढ़ाने को लेकर गुरुवार को भारी संख्या में श्रद्धालुओं जुटे।अहले सुबह से ही लोग कतार में लगकर पूजा अर्चना करने में जुटे देखे गए। परम्परानुसार यहां सबसे पहले जमुआ के थाना प्रभारी प्रदीप दास ने बाबा की समाधि पर चादरपोशी किया। इसके बाद भक्तों की ओर से चादरपोशी का सिलसिला शुरू हो गया। चादरपोशी के लिए पहुंचे श्रद्धालु कोरोना संक्रमण को ध्यान में रख कर मास्क पहने हुए दिखे। लंगटा बाबा समाधि स्थल पर चादर चढ़ाने के लिए दूरदराज से श्रद्धालु पहुंचे थे। यंहा परम्परानुसार सुबह के पहले पहर में हिंदू धर्मावलंबियों ने बाबा के समाधि पर चादरपोशी किया जबकि दोपहर बाद दूसरे पहर में मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ चादरपोशी की गयी।
यूँ तो पौष पूर्णिमा के अवसर पर बाबा के समाधि स्थल पर हर साल मेला लगता रहा लेकिन इस वर्ष कोरोना को लेकर जिला प्रशासन की ओर से मेला लगाने की अनुमति नहीं दी गई है। प्रशासन के अनुसार इस बार सिर्फ चादरपोशी करने की इजाजत दी गई है।
पौष पूर्णिमा के अवसर पर बाबा के समाधि स्थल के इर्द गिर्द प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। खोरीमहुआ एसडीएम धीरेंद्र सिंह स्वंय ही पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे। मौके पर जमुआ बीडीओ विनोद कुमार कर्मकार, अंचलाधिकारी रामबालक कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर विनय कुमार राम डटे दिखे। गौरतलब है कि बाबा पर सभी धर्मों की आस्था है और सभी धर्म के लोग यहां मन्नत मांगने और चादर चढ़ाने पहुंचते हैं।