भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंग्लैंड के खिलाफ आगामी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए रोहित शर्मा को कप्तान बनाए रखने का फैसला किया है। हाल ही में खराब फॉर्म और भारत के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में जगह न बना पाने के कारण उनकी कप्तानी पर सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत को जीत दिलाने के बाद चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया है।
रोहित शर्मा को कप्तानी का समर्थन
पिछले कुछ महीनों में रोहित शर्मा की टेस्ट क्रिकेट में फॉर्म चिंता का विषय रही थी। ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जहां उन्होंने तीन टेस्ट में मात्र 10 रन बनाए। इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भी भारतीय टीम को 3-0 की करारी हार झेलनी पड़ी थी। इन असफलताओं के चलते रोहित पर टेस्ट कप्तानी छोड़ने का दबाव बढ़ने लगा था।
हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में शानदार शतक जड़ने और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने के बाद उन्होंने आलोचकों को करारा जवाब दिया। रोहित ने टूर्नामेंट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह साफ कर दिया था कि वह वनडे और टेस्ट क्रिकेट में खेलना जारी रखेंगे।
इंग्लैंड दौरे के लिए चयनकर्ताओं का फैसला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, BCCI और चयनकर्ताओं ने उनकी हालिया फॉर्म और अनुभव को ध्यान में रखते हुए उन्हें इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए कप्तान बनाए रखने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार, बोर्ड के अंदर रोहित शर्मा को एक योग्य और अनुभवी कप्तान माना जा रहा है जो टीम को इंग्लैंड में सफलता दिला सकते हैं।
रोहित शर्मा ने खुद भी इस पर बयान देते हुए कहा,
“मैं इस समय अच्छा खेल रहा हूं और इस टीम के साथ खेलने में बहुत आनंद आ रहा है। टीम भी मेरे साथ खेलकर खुश है। फिलहाल मैं 2027 के बारे में कुछ नहीं कह सकता, लेकिन मैं सभी विकल्प खुले रख रहा हूं।”
क्या रोहित इंग्लैंड में जीत दिला पाएंगे?
इंग्लैंड की परिस्थितियां हमेशा से भारतीय टीम के लिए चुनौतीपूर्ण रही हैं। पिछली बार भारत ने वहां अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन इस बार सीरीज जीतना रोहित शर्मा की कप्तानी के लिए एक बड़ी परीक्षा होगी। यदि वह अपनी फॉर्म बरकरार रखते हैं और टीम को सही दिशा में ले जाते हैं, तो इंग्लैंड दौरे पर भारत को बड़ी सफलता मिल सकती है।