
गिरिडीह : जिले के जमुआ प्रखंड के करिहारी पंचायत स्थित डंगारडीह गांव के वृद्ध व्यक्ति जो चार-पांच दिन पहले अपनी बेटी के साथ मुंबई गए थे और वहां सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन के दौरान भटक कर उनसे बिछड़ गए थे। तथा उसको मुंबई के कुछ समाजसेवियों एवं एनजीओ कर्मियों ने भटकते हुए जब देखा तो उनसे मिलकर उनका नाम पता पूछा और सारी वस्तुस्थिति जानने के बाद उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया ताकि यह वृद्ध व्यक्ति अपने घर सुरक्षित तरीके से पहुंच सके।
इस वृद्ध को समर्पण एनजीओ के लोगों ने मुंबई से कोडरमा रेलवे स्टेशन तक के लिए ट्रेन में बैठा दिया जहां से उसे जिला प्रशासन ने सुरक्षित उसके निवास स्थान हीरोडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत करिहारी पंचायत स्थित डंगारडीह गांव में उनके परिजनों को दिनांक 31 जनवरी 2021 को सौंप दिया था। इसी मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए झालसा, रांची ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह को निर्देश दिया इस वृद्ध व्यक्ति को उचित विधिक सहायता एवं सरकारी योजनाओं का त्वरित लाभ प्रदान करने की दिशा में कार्य करें।
प्राधिकार के सचिव संदीप कुमार बर्तम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक स्थानीय पारा लीगल वॉलिंटियर को प्रतिनियुक्त किया और उनकी शारीरिक, पारिवारिक एवं सामाजिक पृष्ठभूमि का आकलन करने हेतु भेजा।
प्राधिकार ने पारा लीगल वॉलिंटियर्स के माध्यम से पंचायत के मुखिया संजय यादव, वृद्ध की पत्नी रुकमणी देवी, उनकी पुत्री बेबी देवी को न्यायालय में बुलाया। प्रखंड विकास पदाधिकारी, जमुआ एवं सिविल सर्जन को पत्र निर्गत कर उन्हें भी सशरीर न्यायालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया। उक्त वृद्ध नोखलाल साव अपनी पत्नी रूक्मणी देवी एवं बेटी बेबी देवी के साथ स्थानीय मुखिया संजय यादव एवं स्थानीय पीएलबी के साथ न्यायालय पहुंचे।
प्राधिकार के अध्यक्ष ने वृद्ध नोखलाल साव, उसकी पत्नी रुकमणी देवी एवं पुत्री बेवी देवी से बारी बारी से घटना के संबंध में विवरण लिया। साथ ही उक्त वृद्ध को तत्काल चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई गई जहां उपस्थित चिकित्सक ने तुरंत उसका इलाज किया साथ ही कई प्रकार के जांच हेतु सैंपल लिया गया। चिकित्सक ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद इसक आगे के इलाज हेतु कदम उठाया जाएगा।