
उत्तरी सिक्किम के मुगुथांग दर्रे से आगे नाकू ला सेक्टर है। यहां पिछले हफ्ते भारत और चीन की सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई । खबर है कि इस झड़प में 20 चीनी फौजी घायल हुए हैं, जबकि भारत के चार सैनिक भी जख्मी हैं ।
मुगुथांग दर्रे से आगे नाकू ला सेक्टर है। करीब 19 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित इस क्षेत्र को चीन विवादित मानता है। चीन को शायद लगा होगा कि इतनी भयंकर ठंड में भारतीय सैनिक मुस्तैदी से गश्त नहीं कर रहे होंगे । चीन सेना की एक टुकड़ी ने नाकू ला में कैंप बनाने की कोशिश की। भारतीय फौज ने मना किया तो वे मरने-मारने पर ऊतारु हो गए । लेकिन भारतीय सेना के पलटवार के बाद उन्हें ईलाका छोड़कर भागना पड़ा ।

अटल बिहारी वाजपेयी के साथ हुए समझौते को नहीं मान रहा चीन
2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ यह सहमति बनी थी कि सिक्किम भारत का है और चीन इसपर कोई दावा नहीं करेगा। बदले में भारत ने तिब्बत को चीन का हिस्सा मान लिया था। हालांकि इसके एक साल के भीतर ही चीन के उप-विदेश मंत्री ने तत्कालीन विदेश मंत्री से कहा था कि यह मुद्दा अभी सुलझा नहीं है। सिक्किम-तिब्बत संधि 1890 में भी सीमांकन को लेकर स्थिति साफ है। 1894 का सिक्किम गजेटियर भी नाकू ला के पास से गुजरने वाली सीमा का जिक्र करता है।