बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने दावा किया कि भाजपा संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को जल्द लागू करने का झूठा वादा कर मतुआ समुदाय को ठगने का प्रयास कर रही है, क्योंकि कानून के नियमों को बनाने की समयसीमा जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
मतुआ बांग्लादेश से आया प्रवासी समुदाय है। राज्य के मंत्री ब्रात्या बसु ने कहा कि भगवा दल विधानसभा चुनाव से पहले रथ यात्रा का आयोजन कर समर्थन हासिल करने की योजना बना रहा है, लेकिन व्यक्तिगत लाभ के लिए उसकी “फर्जी और विभाजनकारी” राजनीति उजागर हो गई है। टीएमसी नेता ने कहा कि भाजपा असम और बंगाल में सीएए को लागू करने को लेकर विभाजनकारी राजनीति कर रही है, लेकिन उसे इसकी परवाह नहीं है कि इससे पड़ोसी राज्य में अन्य सहित हिंदू आबादी प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुई है।