कोलकाता।: अनुसूचित जाति व जनजाति के सम्मेलन में मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के वक्तव्य शुरू करते ही सभा में उपस्थित कुछ लोगों ने अपनी मांगों को लेकर शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे वह क्षुब्ध हो गईं। उन्होंने कहा कि जब भी मैं भाषण देना शुरू करती हूं तो तीन-चार लोग शोर मचाना शुरू कर देते हैं। मैं जितना कर सकती हूं, उतना कर रही हूं। हर कोई हर चीज मांगने लगेगा तो मैं सब कैसे कर पाऊंगी। मैं कोई भगवान नहीं हूं। राज्य सरकार ने कन्याश्री, सबूज साथी, स्वास्थ्य साथी समेत विभिन्न परियोजनाओं के जरिये सभी परिवारों को कुछ ना कुछ दिया है।