गोड्डा। सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी अनामिका गौतम सहित अन्य लोगों के खिलाफ जमीन घोटाले का आरोप लगा कर देवघर डीसी द्वारा मामला दर्ज कराने का आदेश दिए जाने के बाद क्षेत्र की राजनीति में गर्माहट आ गई है। मामले को लेकर जहां राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में प्रशासनिक हथकंडा अपनाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है वहीं दूसरी और सांसद निशिकांत दुबे ने भी उलटवार करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आड़े हाथों लिया है।
अपने बयान में सांसद ने कहा कि एक ही घटना को लेकर कितने मामले दर्ज कराए जा सकते है पहले से तीन मामले हो चुके है अब एक चोथा भी हो गया। इसके अलावा केंद्र की एजेंसी ईडी के अलावा आयकर बिभाग को भी राज्य सरकार के अलग-अलग अधिकारियों ने अपने स्तर से पत्र भेज चुके हैं। हेमंत जी को लग रहा है कि हमारे परिवार को जेल भेज कर सकून मिल जाएगा तो यह उनकी भूल है। घमंड अब तक किसी का नहीं रहा है जब अहंकारी रावण का अहंकार नहीं रहा तो बाकी की क्या बिसात है।
निशिकांत दुबे ने कहा कि बैसाखी पर टिकी सरकार पर इतना घमंड ठीक नहीं है। ज्ञात हो कि देवघर में पिछले वर्ष पत्नी के नाम जमीन की रजिस्ट्री कराने को लेकर उठे विवाद के बाद डीसी के न्यायालय में एक मामला चलाया गया था जिसमें कई बार नोटिस दिए जाने के बाद भी उपस्थित नहीं होने पर उपायुक्त ने घटना को सही पाते हुए यह आदेश पारित कर दिया कि जमीन रजिस्ट्री में अनियमितता बरती गई है। कम कीमत दिखाकर जहा एक ओर सरकार के राजस्व की हानि हानि हुई है वहीं दूसरी ओर अन्य कई तकनीकी खामियां है जो घोटाले को प्रमाणित करती है। आदेश में जिला निबंधन पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि वे सांसद की पत्नी और डीड में शामिल गवाह व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करावे।