बक्सर में मतदानकर्मियों ने पीपीई किट पहनकर मतदान कराया
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को पहले चरण का मतदान समाप्त हो गया। पहले चरण में 16 जिलों की 71 सीटों पर वोट डाले गये। इसमें 35 सीटें नक्सल प्रभावित थीं। शाम 6 बजे तक करीब 53.54% मतदान हुआ। जमुई में हुई सबसे अधिक 57.41 प्रतिशत वोट डाले गये।
इन 71 सीटों पर 2015 विधानसभा चुनाव में 54.94% वोट पड़े थे। 2010 के विधानसभा चुनाव में इन पर 50.67% वोटिंग हुई थी। कुछ जगह शुरुआत में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में दिक्कत हुई लेकिन बाद में फिर वोटिंग ने रफ्तार पकड़ ली। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शाम तीन बजे से पांच बजे तक वोटिंग हुई। बाकी के 36 विधानसभा शाम के 6 बजे तक वोट डाले गए। हालांकि, जमुई के 12 बूथों पर मतदान का समय 4 बजे से बढ़ाकर 7 बजे कर दिया गया। लगभग दो घंटे तक ईवीएम में खराबी के कारण इन बूथों पर देर से मतदान शुरू हुआ था। मतदान के अंतिम घंटे में कोरोना मरीजों को मौका दिया गया। पहले चरण में आज 1,066 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में लॉक हो गया। इन उम्मीदवारों में आठ मंत्री भी हैं।
वोटिंग के दौरान भोजपुर में शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के सहजौली गांव में बूथ कैप्चरिंग को लेकर दो प्रत्याशियों के समर्थकों में खूनी झड़प हुई। इसमें 6 लोग घायल हुए हैं और एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। चुनाव के दौरान गया के टिकारी क्षेत्र में महागठबंधन क्षेत्र के उम्मीदवार भोजपुर जिले के बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के छीने गांव में राजद प्रत्याशी व विधायक सरोज यादव पर हमला किया गया। उनके वाहन पर ईंट-पत्थर चलाए गये। हमले में विधायक को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। पालीगंज, लखीसराय के बालगुदर और भोजपुर के तरारी में 3 हजार से ज्यादा लोगों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया। यहां के वोटर अपने इलाके में सड़क और स्कूल नहीं बनने से नाराज हैं।
सासाराम के काराकाट विधानसभा के उदयपुर गांव में एक अधेड़ मतदाता की मौत मतदान केंद्र पर हो गई जबकि नवादा के एक मतदान केंद्र पर भाजपा के एक पोलिंग एजेंट की हार्टअटैक से मौत हो गई है। बोधगया विधानसभा क्षेत्र के 85 वर्षीय बालचंद यादव की भी वोट देकर घर लौटने पर मृत्यु हो गई।
मतदान से पहले औरंगाबाद जिले के ढिबरा इलाके से सुरक्षाबलों ने दो आईईडी और गया के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से दो केन बम बरामद किये। बांका अमरपुर पुलिस ने बल्लिकित्ता गांव से निर्दलीय प्रत्याशी अंजनी कुमार को हंगामा करने के आरोप में हिरासत में लिया गया। गया के टिकारी विधानसभा क्षेत्र में विपक्षी गठबंधन क्षेत्र के उम्मीदवार सुमंत कुमार पर हमला हुआ। उनकी गाड़ी के शीशे तोड़े गये। उम्मीदवार का आरोप है कि हमलावरों ने दो राउंड फ़ायरिंग भी की है। बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के हथियावा गांव के बूथ 191 पर तैनात पीठासीन पदाधिकारी उमाकांत मिश्र और धनकुल के बूथ नंबर 117 के मतदान कर्मी अमरजीत प्रसाद मराठा बेहोश गये। दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। गया शहरी विधानसभा क्षेत्र के स्वराजपुरी रोड स्थित बूथ पर महिलाओं ने एक पार्टी विशेष के पक्ष में वोट डालने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और मतदानकर्मियों से उलझ पड़ीं।
बिहार के लोगों ने सभी निर्देशों का पालन किया और वोटिंग कीः सुनील अरोड़ा
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि इस बार स्थिति एकदम अलग है। हम सुरक्षित चुनाव कराना चाहते हैं। मैं बिहार के मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने सभी निर्देशों का पालन किया और वोटिंग की। बिहार प्रशासन को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने कोविड को देखते हुए इतना विस्तृत इंतजाम किया। कोरोना संकट काल में मतदान के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 71 सीटों पर 6 बजे तक हुई 53.54% वोटिंग हुई, जबकि शाम 5 बजे तक 51.68% मतदान हुआ था। हालांकि इस बार स्थिति एकदम अलग है।
औरंगाबाद में सीआरपीएफ की गाड़ी पलटी, छह महिला जवान और चालक घायल
मतदान के दौरान औरंगाबाद में हादसा हो गया। चुनाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था के लिए पेट्रोलिंग के दौरान सीआरपीएफ के रिजर्व पार्टी की गाड़ी केराप के धावा नदी पुल के पास पलट गई। हादसे में ड्राइवर एवं सीआरपीएफ की छह महिला जवान घायल हो गईं हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मंत्री प्रेम कुमार पर आचार संहिता उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश
बिहार भाजपा नेता और बिहार सरकार में मंत्री प्रेम कुमार पर आचार संहिता के उल्लंघन पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल गया टाउन के विधायक प्रेम कुमार कमल निशान वाला मास्क पहनकर बूथ में वोट डालने गए थे। विपक्षी दलों नेताओं ने उन पर आचार संहिता उल्लंघन के आरोप लगाए थे।
वारिसलीगंज में पीपीई किट पहनकर आया काेरोना पॉजिटिव
शाम पांच बजे के बाद नवादा के वारिसलीगंज में पीपीई किट पहनकर वोट देने एक कारोना पॉजिटिव मरीज पहुंचा। वहीं बक्सर जिले में भी चुनाव आयोग की जारी गाइडलाइन के अनुसार सभी मतदानकर्मियों ने पीपीई किट पहनकर मतदान कराया।