किसी भी चीनी दुस्साहस के जवाब में आक्रामक रुख बरकरार रखने के निर्देश
उज्ज्वल दुनिया नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। भारत और चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की छठवें दौर की वार्ता भारी कड़वाहट के साथ नाकाम हो गई । भारत की तरफ से वार्ता कर रहे कमांडर ने साफ कहा कि डेप्सांग से चीन को अपने सैनिक वापस बुलाने होंगे । इस पर चीन ने धमकी देते हुए कहा कि भारत को किसी भी घटना के लिए तैयार रहना चाहिए । पूर्वी लद्दाख में एलएसी के कुछ विवादित क्षेत्रों से चीनी सेना पीछे हटी है मगर डेप्सांग और पैंगॉन्ग झील के फिंगर एरिया से हटने को तैयार नहीं है।
अग्रिम मोर्चों पर तैनात सेना के सभी वरिष्ठ कमांडरों को किया गया हाई अलर्ट
सेना को ‘खुली छूट’ देने के बाद रक्षा मंत्री भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दे चुके हैं । सेना के अग्रिम मोर्चे पर तैनात सभी कमांडरों को चीन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा गया है । भारत ने चीन से डेप्सांग और दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) सेक्टर में तैनात अपने सैनिकों को वापस बुलाने और निर्माण गतिविधियां रोकने के लिए कहा। इस इलाके में चीन ने हजारों सैनिकों के साथ-साथ टैंक और आर्टिलरी गन तैनात कर रखे हैं।