ट्विटर पर डीजीपी ने दिया एसपी हज़ारीबाग़ को कार्रवाई का आदेश ।
अजय निराला / उज्ज्वल दुनिया संवाददाता
हजारीबाग। हजारीबाग जिले में कोयला के साथ बालू तस्करी का गोरखधंंधा नहीं थम रहा है। इस मामले में डीजीपी ने जिले के डीसी-एसपी को ट्वीट कर कार्रवाई का निर्देश दिया है। इस पर इन दिनों एक बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है। इसमें सफेदपोश, पुलिस और माइनिंग विभाग की गठजोड़ की बात कही जा रही है। नियम, कानून और जनहित की बात करनेवाले एक सफेदपोश का बड़कागांव में बालू तस्करी पर चुप रहना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताया जाता है कि उनके एक करीबी रिश्तेदार बालू सिंडिकेट चला रहे हैं। जिले में बालू तस्करी का मुख्य क्षेत्र बड़कागांव है। वहां से प्रतिदिन करीब सौ से ऊपर ट्रैक्टर-हाइवा द्वारा विभिन्न नदियों से बालू उठाव कर आसपास और शहर के कई हिस्सों के अलावा रांची ले जाकर महंगे दामों में बेचा जा रहा है।
डंपिंग यार्ड की आड़ में फल-फूल रहा है धंधा
सोमवार को बड़कागांव के सांढ़ नदी से बालू उठाव करते फोटो लगाकर सुंदर कुमार के ट्वीट पर डीजीपी ने हजारीबाग डीसी-एसपी को कार्रवाई का आदेश दिया है। डंपिंग यार्ड की आड़ में जारी बालू तस्करीऔर खनन पर रोक के बावजूद तस्करों द्वारा डंपिंग यार्ड के नाम पर बालू तस्करी बेरोकटोक किया जा रहा है। खनन विभाग से डंपिंग यार्ड का आदेश लेकर उसी चालान पर सीधे नदियों से बालू उठाया जाता है। नदियों से ट्रैक्टर और हाइवा में बालू लोड किया जाता है और वहां से रातोंरात गंतव्य तक पहुंचाया जाता है। इसी बीच अचानक हुई किसी प्रशासनिक कार्रवाई में गाड़ी पकड़े जाने पर डंपिंग यार्ड का चालान दिखा दिया जाता है।
महंगी कीमत पर सैकड़ों गाड़ी से होती है तस्करी
बड़कागांव व आसपास के विभिन्न नदियों से चरही, कटकमदाग, उरीमारी थाना क्षेत्रों से गुजरकर प्रतिदिन सैकड़ोंः ट्रैक्टर-हाइवा वाहनों से बालू हजारीबाग, रामगढ़ और रांची आदि इलाकों में बिक्री होती है। जिस थाना क्षेत्र से गाड़ी गुजरता है। उनका प्रति वाहन फिक्स दर तय रहता है। खुलेआम दिन में नदियों में बालू लोड किया जाता है और रात के अंधेरे में गंतव्य तक बालू पहुंचा दिया जाता है। पूरी प्रक्रिया के दौरान थाना से लेकर बालू तस्करी के सिंडिकेट के लोग अलर्ट रहते हैं। बड़कागांव से उठाया बालू ट्रैक्टर-हाइवा से शहरों में प्रति टैक्टर चार हजार और प्रति हाइवा 25 हजार रुपए की कीमत पर बेचा जा रहा है ।