उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ बरही। बरही के गया रोड स्थित नजम मार्केट के अंदर एक जेनरल समान विक्रेता की दुकान में दस वर्षीय बच्ची शाम 7 बजे चॉकलेट लेने पहुंची। उक्त दुकानदार के मालिक नेजाम ने बच्ची को चॉकलेट के बदले नशीली भरा रॉकेट का भरा पैकेट दे दिया। बच्ची ने रॉकेट का पैकेट लेकर अपने घर पहुंची। उसके बाद उक्त रॉकेट को बच्ची की मां ने चॉकलेट समझ कर खा ली । उपरांत बच्ची की माँ नशे में चूर होकर लगातार हंसने लगी। जब उनके पति अनिल केशरी फेरी कर अपने घर आया तो अपनी पत्नी की दशा देख हैरान हो गए। रातभर परेशान हालत मे उनका गुजारा। सुबह होते ही इस बात की सूचना अपने परिजन को दिया। उसके बाद सुबह नौ बजे अनिल केशरी ने भूत प्रेत समझ कर पत्नी को झाड़ फूंक करवाने ले गए। अपने घर वापस आने के बाद देखा कि घर के बाहर सामने रॉकेट का पैकेट फेका है। इस बाबत अनिल केशरी ने अपने हित संबंधी को बुलाकर मामले की जानकारी लेने के बाद सभी उक्त दुकानदार के पास गए। साथ ही अपने बच्चे समेत बच्चे की मां को भी साथ ले पहुंचे। रॉकेट के नशे की हालत में उक्त महिला हंस हंस कर लोटपोट हो रही थी, वहीं उसके पति अनिल केशरी का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था। इस बाबत नजम मार्केट के सामने लोगों की काफी भीड़ जमा हो गया। वहीं जमा भीड़ में लोगों के बीच अनिल केशरी अपना दुखड़ा रो रो कर सुना रहे थे। मामले को नजाकत समझते हुए उक्त दुकानदार नेजाम अपनी दुकान बंद कर भाग गए।
वहीं मौके पर पहुंचे उक्त दुकानदार नजाम के रिस्तेदार मामले को शांत करने की कोशिश में लगे रहे और स्थानीय डॉ इबरार के पास ले गए। डॉ साहेब ने महिला के परिजनों को कहा की नशा उतरेगा तो सब ठीक हो जाएगा। वैसे दुकानदार का भी बड़ा लापरवाही है। इधर उक्त मामले की जानकारी बरही थाना को दूरभाष से सूचना दी गई थी। उक्त मामला तूल नहीं पकड़े, दुकानदार के रिश्तेदार मैनेज करने की बात कर रहे थे। भुक्तभोगी अनिल केशरी का कहना है कि नाश का रॉकेट(भांग की गोली) खाने से मेरी पत्नी का हालात दयनीय हो गई है। मेरे छोटे छोटे तीन बच्चे हैं और मैं डेली मजदूरी करने वाला घर का सिंगल गरीब व्यक्ति हूँ। वहीं उक्त दुकानदार से पूछे जाने पर बताया कि फिलहाल ईलाज के लिए आनिल केशरी अपनी पत्नी को स्वयं खर्च से अपने ससुराल भेजा है। यदि ईलाज के दौरान किसी तरह रुपए पैसे की कमी होगी तो सहयोग राशि दी जाएगी। इधर राज्य सरकार का निर्देश है कि नशीली पदार्थ बिक्री पर प्रतिबंध लगा रही है। लेकिन दुकानदार बच्चों को नशीली पदार्थ देने पर बाज नहीं आ रहे हैं।