झारखंड में एक बार फिर पत्थलगड़ी आंदोलन को जिंदा करने की कोशिश की जा रही है। खुद को आदिवासी कार्यकर्ता बताने वाले कुछ लोग पत्थलगड़ी के जिन्न को दोबारा जिंदा करने की साजिश रच रहे हैं। एसा ही एक वाकया सोमवार को झारखंड हाइकोर्ट के पास हुआ जब अचानक 200 के करीब लोग शिलापट्ट् लेकर पहुंच गए ।
सिमडेगा, गुमला और खूंटी के आदिवासियों के बीच सक्रिय हैं पत्थलगड़ी समर्थक
करीब 200 पत्थलगड़ी समर्थक सोमवार को अचानक राजधानी रांची के हाईकोर्ट के निकट आ पहुंचे। उनके हाथों में बड़ा शिलापट्ट् था, उसपर आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की बात लिखी हुई थी थी। राज्य के सिमडेगा, खूंटी, गुमला और पश्चिमी सिंहभूम जिले से बड़ी संख्या में आए पत्थलगड़ी समर्थक पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में थे।
प्रशासन ने समझा कर वापस भेजा
हाइकोर्ट के हाइ सेक्यूरिटी एरिया में इतनी बड़ी संख्या में आदिवासियों को जमा होते देख प्रशासन सकते में आ गया। पुलिस के जवानों ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को वापस भेजा। आदिवासी खुद को कुडुख नेशनल काउंसिल के कार्यकर्ता बता रहे थे।