सरकार में बैठे लोग केंद्र से टकराव पैदा कर लोगों को भरमा रहे हैं
उज्ज्वल दुनिया/दुमका । केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड की मौजूदा सरकार विजनलेस है । इन्हें ये पता नहीं कि हमें करना क्या है । पांच वर्षों के लिए विकास का कोई एजेंडा नहीं । इसलिए ये लोग केंद्र सरकार को दोष देकर लोगों को भ्रम में रखना चाहते हैं । अर्जुन मुंडा दुमका के मसानजोर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे ।
कांग्रेस की तो राजनीति ही बांटो और राज करो पर चलती है
अर्जुन मुंडा ने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ राज करना है । उनकी राजनीति में सेवा का भाव ही नहीं है । वे आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच भेद पैदा कर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं । अर्जुन मुंडा ने कहा कि बाहरी-भीतरी का झगड़ा लगाने वाले दरअसल विकास के दुश्मन हैं ।
केंद्र ने हेमंत सरकार को जो 300 करोड़ दिए वो कहां गए?
राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए विकास से ज्यादा जोर राजनीतिक एजेंडे पर है। बिजली बकाये में कटौती मामले पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तयशुदा इकरारनामा के तहत ही कार्रवाई की गई है। सरकार को इकरारनामा की प्रति सबके सामने रखना चाहिए। जहां तक जीएसटी के हिस्सेदारी का सवाल है तो राज्य सरकार को उनके हिस्से की 300 करोड़ मिल गई है।
कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति और रेप की घटनाएं प्रशासनिक अक्षमता के कारण
अर्जुन मुंडा ने कहा कि समग्र विकास के लिए भाजपा को विकल्प बनाने की जरूरत है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिस तरीके से मुख्यमंत्री बनने के बाद उपराजधानी और राजनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण दुमका के मतदाताओं का तिरस्कार किया है वह उनकी प्रशासनिक क्षमता को दर्शाता है। यही वजह है कि राज्य में विधि-व्यवस्था चौपट है। दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं आम हो गई है और यहां की जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। बिना किसी दल का नाम लिए अर्जुन मुंडा ने कहा कि दुमका की प्रशासनिक दृष्टि से उपेक्षा और राजनीतिक दृष्टि से भरपूर उपयोग किए जाने से यहां की माटी का चरित्र बदल जाएगा। इसकी उर्वरा शक्ति खत्म हो जाएगी। लगातार उपेक्षा के दंश से दुमका को बाहर निकालने की जरूरत है।