उज्जवल दुनिया संवाददाता/ गीतांजलि
सिमरिया। दो मासूम बच्चों के साथ प्रखंड कार्यालय के समीप विधवा बबली देवी आमरण अनशन पर बैठ गई। बबली ने बताया कि उनके पति की मौत कुछ महीने पूर्व हो गयी है। जिस कारण वे बेहद असहाय व लाचार स्थिति में हैं। दोनों बच्चों का भरण पोषण करना उनके लिए मुसीबतों का पहाड़ बन गया है। इस स्थिति में उसने आंगनबाड़ी सेविका के लिए आवेदन दिया था परन्तु विभागीय प्रक्रिया में अयोग्य बताते हुए उसे चयन से बाहर हो गई है।
वहीं ग्रामीणों ने भी विधवा के समर्थन में उपायुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, एवं बाल विकास पदाधिकारी को इस संबंध में आवेदन दिया है। आवेदन मे विधवा व असहाय बबली को सेविका के रूप मे बहाल करने की मांग की गई है। ताकि समाज में वो अपने बच्चों के साथ सर उठाकर जी सके। बबली ने कहा कि जब तक उसकी मांग पूरी नहीं होती है तब तक वह अपने बच्चों के साथ अनिश्चितकालीन अनशन पर प्रखंड कार्यालय के समीप बैठी रहेगी।
इधर इस मामले को लेकर सीडीपीओ प्रतिमा कुमारी से पूछे जाने पर कहा कि सरकारी गाइड लाइन के तहत उच्च शिक्षा स्तरीय आंगनबाड़ी केंद्र में बहाल किया जाना है। उक्त महिला बबली का शैक्षणिक योग्यता कम पाया गया जिससे उनका सलेक्शन नहीं किया गया।